केदारनाथ धाम रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। अगर आप केदारनाथ यात्रा जाने का प्लान बना रहे है तो ये लेख आपके जरूर काम आएगा।
इस लेख में आप जानेंगे केदारनाथ कैसे पहुंचे, केदारनाथ यात्रा कैसे करें , कहां रुके , केदारनाथ कब जाएं और केदारनाथ जाने का खर्चा कितना होगा। इन सभी प्रश्नों का जबाब आपको इस लेख में मिल जायेगा।
केदारनाथ कैसे पहुंचे
केदारनाथ तक फिलहाल कोई पक्की सड़क नहीं है इसलिए आपको सोनप्रयाग में आकर आपनी गाड़ी पार्क करनी होगी। सोप्रयाग से आगे का रास्ता आपको घोड़े, खच्चर या फिर सोनप्रयाग से प्राइवेट टैक्सी मिलेंगी जो आपको गौरीकुंड तक पंहुचा देगी। गौरीकुंड से केदारनाथ तक का करीब 17 किमी का पैदल रास्ता है जो आपको या तो पैदल या फिर घोड़े खच्चर पर तय करना होगा।
हेलीकॉप्टर से भी जा सकते हैं केदारनाथ
अगर आप पैदल यात्रा नहीं करना चाहते तो हेलीकॉप्टर के जरिए केदारनाथ धाम जा सकते हैं। https://heliservices.uk.gov.in/ वेबसाइट पर जाकर आप हेली सेवा के टिकट की बुकिंग करा सकते हैं। केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा तीन जगह से उपलब्ध है।
गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम राउंट ट्रिप के 7750 रुपये चार्ज है। यानी की गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम आना जाना 7750 रुपये में हो जाएगा।
फाटा से केदारनाथ धाम राउंट ट्रिप के 4720 रुपये चार्ज है। यानी की फाटा से केदारनाथ धाम आना जाना 4720 रुपये में हो जाएगा।
सिरसी से केदारनाथ धाम राउंट ट्रिप के 4680 रुपये चार्ज है। यानी की सिरसी से केदारनाथ धाम आना जाना 4680 रुपये में हो जाएगा।
Guptkashi–Kedarnath Round-Trip Fare – ₹ 7750.00
Phata–Kedarnath Round-Trip Fare – ₹ 4720.00
Sersi–Kedarnath Round-Trip Fare-₹ 4680.00
केदारनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों के रहने की व्यवस्था की गई है। भीमबली में भुगतान पर रेस्टोरेंट की व्यवस्था उपलब्ध है। 5 हट में 30 बैड और 4 टैंटों में 40 बेड की व्यवस्था की गई है। बड़ी लिनचौली में 60 बेड और 352 बेड की व्यवस्था टैंट में की गई है। केदारनाथ बेस कैंप में 100 टैंट स्थापित किए गए हैं। साथ ही घोड़ा पड़ाव और देवदर्शनी में 50 टैंट की व्यवस्था की गई है।
सोनप्रयाग में रुकने की अच्छी व्यवस्था
सोनप्रयाग रुकना चाहे तो बिलकुल ठहर सकते है उसके लिए बहुत सारे होटल और रिसॉर्ट उपलब्ध है जो 1 हजार से 1500 में अच्छे रूम मिल जायेंगे।
सोनप्रयाग से गौरीकुंड का सफर
सोनप्रयाग से गौरीकुंड की दूरी 5 किलोमीटर की है जो अधिकांश लोग इस दूरी को पैदल ही तय करते है।
जब आप गौरीकुंड पहुंचेंगे तो आपको गौरी माता का मंदिर मिलेगा जिनके दर्शन के लिए जा सकते है लेकिन अगर आप मई जून में केदरनाथ यात्रा पर जा रहे है तो आपको गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक बहुत लम्बी लाइन लगनी पड़ती है जो 5 किलोमीटर का सफर कभी कभी 10 घंटे में भी पूरा नहीं हो पाता है।
गौरीकुंड से केदरनाथ यात्रा कैसे करेॆ
गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर की दूरी 16 किलोमीटर है। जिसे तय करने के लिए आपके पास 3 विकल्प हैं। एक घोड़े खच्चर , दूसरा पिट्ठू में बैठकर और तीसरा पैदल यात्रा
- अगर आप घोड़े खच्चर से गौरी कुंड से केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचना चाहे तो इसका एक बार का जो चार्ज होता है मिनिमम 2 हजार से ढाई हजार के बीच होता है।
- गौरी कुंड से पालकी में बैठकर मंदिर तक की 16 किलोमीटर की लम्बी दूरी को भी तय कर सकते है जिसका किराया एक बार का 5 से 6 हजार रुपए होता है ।
- तीसरा विकल्प जो बिलकुल फ्री है वो है पैदल यात्रा करके मंदिर तक पहुंच सकते है। जो आपके स्टैमिना के ऊपर डिपेंड करेगा की कितने समय में आप ये दूरी तय कर सकते है। अमूमन इसमें 7 से 8 घंटे लग जाते हैं। अच्छा यही है कि आप ये दूरी पैदल ही तय करें क्योंकि यात्रा का असली रोमांच तो इसी में है।
केदारनाथ में रुकने की जगह
केदारनाथ की पैदल यात्रा के दौरान मंदिर से ठीक 1 किलोमीटर पहले बेस कैंप पड़ता है। जहां ठहरने और खाने पीने की उत्तम व्यवस्था होती है। इसका टिकट बुक करने के लिए ऑनलाइन GMVN की वेबसाइट से कर सकते है।
यहां रुकने की 3 तरह की व्यवस्थाएं हैं।
- CAMP एक कैंप या टेंट में 10 से 15 बेड होते हैं जिसका चार्ज 300 से 500 रुपए प्रतिव्यक्ति एक रात रुकने का होता है
- Hut- यहां पर भी टेंट के जैसे एक HUT में 10 से 15 बिस्तर होते है जिसका किराया 750 से 1000 रुपए लिया जाता है
- HUT HOUSE यहां पर एक हाउस में 6 से 8 बिस्तर होते है। जिसका किराया 950 प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन लिया जाता है यानि ये आपके रूम की तरह होगा
केदारनाथ में खाने-पीने की व्यवस्था
बेस कैम्प में लंच और डिनर का चार्ज 200 रुपए थाली के हिसाब से लिया जाता है। वहीं अगर आप सुबह नाश्ता करते है तो 100 रुपए लगते हैं।