gunjan dangwal युवा लोक गायक और संगीतकार गुंजन डंगवाल की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इलेक्ट्रिकल से बीटेक गुंजन को गायन और संगीत के क्षेत्र में काफी रुचि थी, जिससे गुंजन ने कम समय में गायन और संगीत में ख्याति अर्जित कर ली थी। उनके आकस्मिक निधन पर लोक संगीत, सामाजिक सरोकारों से जुड़े लोगों ने गहरा दुख जताया है।
गुंजन डंगवाल चंडीगढ़ ने अपने किसी दोस्त से मिलने जा रहे थे। वो खुद ही कार ड्राइव कर अकेले ही चंडीगढ़ जा रहे थे। रास्ते में उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
गुंजन ने बहुत कम समय में संगीत के क्षेत्र में नाम कमा लिया था। उनका पहला एलबम नंदू मामा की स्याली काफी पॉपुलर हुआ था। धीरे-धीरे गुंजन गीत के साथ-साथ संगीत और वीडियो एलबम बनाने के लिए भी कार्य करने लगे। इन दिनों उनका गीता चैता की चैत्वाल्या संगीत ने भी बाजार में धूम मचा रखी है। पेशे से संगीतकार गुंजन ने जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी से इलेक्ट्रिकल से बीटेक भी किया था। साथ ही संगीत विशारद की भी उनके पास डिग्री थी।
गुंजन डंगवाल के निधन पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है। सीएम ने कहा कि गुंजन का निधन उत्तराखण्ड संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान व परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति दे।