Uttarakhand News/देहरादून: हरेला पर्व उत्तराखंड का एक खास पर्व है। इस मौके पर प्रदेश भर में पौधरोपण का कार्यक्रम किया जा रहा है। इसी क्रम में वन विभाग की ओर से ‘शहीदों के नाम पौधारोपण’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पौधरोपण कर प्रदेश की जनता से आह्वान किया कि अपने घर या खाली पड़े भूमि पर पौधारोपण करें। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड के जो पांच वीर शहीद हुए हैं, उनके याद में पांच पौधों का रोपण किया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति सदैव प्रकृति पूजन की रही है। हरेला पर्व हमें (Harela festival in Uttarakhand) पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारियों का बोध करवाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक पेड़ माँ के नाम अभियान की शुरूआत की थी, जिसके तहत अब तक करोड़ों पेड़ लगाए जा चुके हैं। यह अभियान प्रकृति के साथ ही माँ के प्रति सम्मान का प्रतीक है।
राज्य सरकार ने हरेला पर्व के अवसर पर प्रदेश भर में बृहद स्तर पर पौधरोपण करने का लक्ष्य रखा है। जिसके तहत हरेला पर्व के अवसर पर प्रदेश भर में 50 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। इसके लिए वन विभाग की तरफ से अधिकांश परिवारों को दो-दो फलदार वृक्ष भी वितरित किए हैं।
हरेला पर्व के मौके पर सीएम पुष्कर सिंह धामी अल्मोड़ा भी पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी को महिलाओं ने तिलक लगाया तो सीएम धामी ने सभी को हरेला पर्व की शुभकामनाएं दी
इसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अल्मोड़ा मे श्रावणी मेले की शुरुआत भी की। सीएम धामी ने कहा कि पौराणिक मेले और पर्व हमारी धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक हैं और हमारी सरकार इन विरासतों को संजोते हुए आगे बढ़ रही है। धार्मिक पर्यटन को विस्तार देने के लिए जागेश्वर धाम का मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत मास्टर प्लान के अनुरूप सुनियोजित विकास किया जा रहा है। जिससे यहां के लोगों की आर्थिकी को मजबूती मिलेगी।