
Gangotri Dham Kapat: आज वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार, गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुलने जा रहे हैं। गंगोत्री धाम, चारधामों में से एक, वह पवित्र स्थान है जहां से भागीरथी नदी का उद्गम माना जाता है। जो आगे चलकर गंगा के रूप में जानी जाती है। हर साल अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर, इस धाम के कपाट खोले जाते हैं और लाखों श्रद्धालु मां गंगा के प्रथम दर्शन के लिए यहां उमड़ते हैं।

कपाट खुलने से पहले मां गंगा की मूर्ति को मुखबा से विशेष डोली यात्रा के माध्यम से मंदिर लाया जाता है। इस दौरान पूरे मार्ग में श्रद्धालुओं ने फूलों से स्वागत किया और ‘जय मां गंगे’ के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस साल भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं।
गंगोत्री धाम सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, यह भारतीय संस्कृति और आस्था की एक अद्वितीय मिसाल है। यहां हर कदम पर आस्था की गूंज सुनाई देती है, और हर दृष्टि में भक्ति की चमक दिखाई देती है।
अपने मायके मुखबा से गंगोत्री धाम के लिए विदा हुई माँ गंगा की डोली। बुधवार को अक्षय तृतीया के मौके पर सुबह साढ़े दस बजे श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे श्री गंगोत्री धाम के कपाट।
गंगोत्री धाम उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में स्थित है। यह चार धामों में से एक है और गंगा नदी का उद्गम स्थल माना जाता है। यहां हर साल अक्षय तृतीया पर मंदिर के कपाट खोले जाते हैं और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है।