Shankaracharya Avimukteshwarananda Saraswati: बद्रीनाथ धाम के कपाट रविवार को 9 बजकर 7 मिनट पर बंद कर दिए गए हैं। इस मौके पर ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज मौजूद रहे और भगवान बदरीविशाल जी के दर्शन किए। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य प्रतिवर्ष इस परम्परा का परिपालन करने हेतु कपाट खुलते और कपाट मंगल बन्द होते समय उपस्थित होते हैं।
रविवार को बदरीनाथ पहुंचे शंकराचार्य, भक्तों ने स्वागत अभिनन्दन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। दिनभर तमाम भक्तजनों ने दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मन्दिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी श्री विजय थपलियाल जी ने मुख्यद्वार पर स्वागत कर शंकराचार्य जी की आगवानी की।
भगवान बदरीविशाल जी के मंगलमय दर्शन के अनन्तर भगवती लक्ष्मी जी के दर्शन और आरती के अनन्तर परम्परानुसार आदि शंकराचार्य जी की गद्दी पर पहुँचकर सब भक्तों के कल्याण का मंगलमय सन्देश दिया सबको।
इस अवसर पर मन्दिर के तमाम अधिकारी गण प्रशासन के पदाधिकारी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल जी, डिमरी पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी जी, शाकम्भरी पीठ के ब्रह्मचारी सहजानन्द जी, शंकराचार्य मठ के प्रभारी मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी,
ब्रह्मचारी तीर्थानन्द, विष्णुप्रियानन्द ब्रह्मचारी, कमलेश कान्त कुकरेती, शिवानन्द उनियाल, डा प्रदीप सेमवाल, महिमानन्द उनियाल, अभिषेक बहुगुणा आदि उपस्थित रहे