Char Dham Yatra 2024: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा की शुरुआत 10 मई से होने जा रही है। सभी श्रद्धालुओं को उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। चारधाम यात्रा (mountains journey)के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 15 अप्रैल से शुरू कर दिए गए हैं। कब खुलेंगे उत्तराखंड के चार […]

वैसे तो चारधाम यात्रा का समापन हो चुका है। उत्तराखंड के चारधाम (Char Dham in Winter) धाम गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाट बंद हो चुके हैं। ऐसे में ज्यादातर श्रद्धालु यही सोचते हैं कि अब उन्हें चारधाम के दर्शन करने का मौका 6 महीने बाद यानी चारधाम […]

कपाट बंद होने के बाद बदीरनाथ धाम बदरी (Badrinath) में भी 6 महीने तक श्रद्धालु दर्शन पूजन नहीं कर सकते हैं। सर्दी के मौसम जिसे शीतकाल भी कहा जाता है। इस दौरान बदरीनाथ के आराध्य देव विष्णु भगवान (Lord Vishu) की पूजा पांडुकेश्वर मंदिर में होती है। बदरीनाथ धाम चमोली […]

सर्दी के मौसम या शीतकाल में 6 महीने के लिए केदारनाथ धाम के कपाट भी बंद हो जाते हैं। केदारनाथ धाम (Kedarnath) रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। ये भगवान शंकर का बेहद ही प्राचीन मंदिर है, ये 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण आदि गुरु शंकराचार्य […]

ग्रीष्मकाल या गर्मी के मौसम में चारधाम यात्रा संपन्न होने के बाद यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं। जिसके बाद मां यमुनोत्री की उत्सव डोली या भोग मूर्ति डोली को खरसाली (Kharsali) या खुशीमठ लाया जाता है। सर्दी के मौसम में 6 महीने तक मां यमुना […]

गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली या भोग मूर्ति को शीतकालीन पूजा स्थल मुखीमठ जिसे मुखबा (Mukhba) भी कहा जाता है वहां पर लाया जाता है। सर्दी के मौसम में 6 महीने तक मुखबा में ही मां गंगा की पूजा होती है। श्रद्धालु […]