Joshimath Disaster: पूरे देश का ध्यान इस समय जोशीमठ या ज्योर्तिमठ की तरफ है। एक तरफ सरकार जोशीमठ को बचाने के लिए अभियान चला रही है वहीं शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने भी साफ कर दिया है कि पूरा जोशीमठ मठ का सदस्य है इसलिए उनकी रक्षा करना उनका परम धर्म है।
अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती महाराज ने कहा की जोशीमठ शब्द ज्योतिर्मठ का ही अपभ्रंश है। इसलिए जोशीमठ कहें चाहे ज्योतिर्मठ दोनों का तात्पर्य एक ही है। इस दृष्टि से देखें तो आदि शंकराचार्य भगवत्पाद प्रतिष्ठापित ज्योतिर्मठ का परिसर पूरा जोशीमठ ही है और यहाँ का हर निवासी ज्योतिर्मठ का सम्मानित सदस्य। इसलिए जोशीमठ के हर एक निवासी के लिए हमारे मन में अपनत्व की भावना है और इसीलिए उनके हर सुख और दुःख में परिवारजन की ही तरह हम उनके साथ खड़े हैं। हर विपत्ति समय पर टल जाती है अतः धैर्य धारण करें कितनी ही बड़ी विपत्ति क्यों न हो समय अनुसार उसे टलना ही पड़ता है।
शंकराचार्य ने कहा की जोशीमठवासी भाई-बहनों से हमारी अपील है कि वे धैर्यपूर्वक बिना किसी घबराहट के इस विपत्ति का सामना करें। इसके लिए हम हर वह उपाय अपनाएंगे जिससे ये कष्ट दूर हो सके। उन्होंने कहा की आपदा-विपदा के समय उसके निवारण के लिए भौतिक उपायों के साथ-साथ देवाराधन करना श्रेयस्कर होता है। ज्योतिर्मठ के इतिहास में उल्लेख है कि जब त्रिमुण्ड्या वीर ने जोशीमठ की जनता को सताया तब यहाँ के निवासियों ने देवी राजराजेश्वरी पराम्बा की उपासना की और उनकी कृपा से सबकी रक्षा हुई। इसीलिए अब भगवान् नरसिंह की प्रीति के लिए नरसिंह पुराण का पारायण और श्रीदेवी की प्रीति के लिए संपुटित सहस्त्र चण्डी महायज्ञ किया जाएगा। भगवान् श्रीरूद्र की प्रीति के लिए साथ ही साथ रूद्र महायज्ञ सम्पन्न होगा। हमें विश्वास है कि भगवत्कृपा से जोशीमठ की रक्षा होगी और ना तो जोशीमठ विस्थापित होगा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत भी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद से मिलने पहुंचे इस दौरान उन्होंने जोशीमठ के हालात को लेकर बातचीत की। इस मुलाकात के दौरान महेंद्र भट्ट और धन सिंह रावत ने जोशीमठ में राज्य सरकार की तरफ से किए जा रहे कामों की जानकारी दी। इसके साथ ही कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात कर जोशीमठ के हालात को लेकर बातचीत की।
आपदा को दृष्टिगत रखते हुए ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के निर्देश पर ज्योतिर्मठ आपदा नियंत्रण कक्ष का संचालन किया जा रहा है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 741741 7414 जारी किया गया है। इस नम्बर पर व्हाट्सएप करके प्रभावित लोग अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।