Uttarakhand Red Alert: उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे से ज्यादा समय से लगातार बारिश जारी है, जिस वजह से नदी और नाले उफान पर बहने लगे हैं। कई जिलों में बारिश की वजह से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
उत्तराखंड के सीमांत जिले चंपावत में बीते दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। लैंडस्लाइड होने से टनकपुर चंपावत पिथौरागढ़ ऑल वेदर रोड कई स्थानों पर बंद है। लोहाघाट क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग का लगभग 30 मीटर हिस्सा बह गया तो सीमांत ढोरजा गांव में गौशाला की दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई है। मटियानी क्षेत्र में हुई भारी बरसात से तीन भवन भूस्खलन की जद में आ गए जिसमें पांच लोग दब गए। इन किसी तरह से बचा लिया गया।
चंपावत जिले से होकर बहने वाली महाकाली, रामगंगा, सरयू, शारदा आदि नदियां खतरे के निशान को छूकर बह रही है। जिला प्रशासन द्वारा रेड अलर्ट घोषित करते हुए समस्त विभागों के अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
उधर चंपावत जिले में हो रही भारी बारिश से गाद गदेरों का जलस्तर बढ़ गया है, सड़कों के ऊपर से पानी बह रहा है जिस वजह से लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है।
चंपावत जिला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का विधानसभा क्षेत्र भी है, जाहिर है सरकारी महकमा अलर्ट पर है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खुद देहरादून में आपदा कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर राज्य की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली।
टिहरी जिले में भारी बारिश की वजह से पहाड़ दरक रहे हैं, पहाड़ से लैंडस्लाइड की लाइव तस्वीरें सामने आई है जिसमें एक साथ ढेर सारा मलबा रोड पर आ गिरता है। गनीमत रही कि इससे कोई जनहानी नहीं हुई।
उधर उत्तराखंड के पहाड़ों में हो रही मूसलाधार बारिश से हल्द्वानी में गोला नदी उफान पर बह रही है। गोला नदी में इस सीजन का सबसे अधिक 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे नदी के किनारे से लगते आबादी वाले क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया है। गोला का जलस्तर बढ़ने से इससे लगते इलाके में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। लोगों से कहा गया है कि वे अगले कुछ घंटे चौकन्ना रहें।
उधर चमोली जिले में ही रही मूसलाधार बारिश की वजह से पहाड़ों में जहां तहां लैंडस्लाइड की खबरें आ रही हैं। मलबा गिरने की वजह से कई मार्ग बाधित हैें। प्रशासन ने राहगीरों से कहा है कि सफर के दौरान चौकन्ने होकर यात्रा करें।