पर्यटन सचिव से मिले चारधाम महापंचायत के पदाधिकारी, शीतकालीन पूजा स्थलों का होगा प्रचार-प्रसार
Dehradun News: ज्योतिपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की चार धाम शीतकालीन पूजा स्थलों की यात्रा का असर होने लगा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्दी ही चार धामों के शीतकालीन पूजा स्थलों में महोत्सव के आयोजनों के साथ ही देश के चार पीठों के चारों शंकराचार्य को भी आमंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा शीतकालीन पूजा स्थलों का भी व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार की पर्यटन विभाग की योजना है।
उत्तराखंड स्थित चार धामों के शीतकालीन पूजा स्थलों में अधिक से अधिक यात्री आए और इनका व्यापक प्रचार प्रसार हो । इसके लिए पर्यटन विभाग योजना को आकार देने लगा है। इसी कड़ी में बृहस्पति बार को सचिवालय में पर्यटन सचिव और उत्तराखंड चार धाम तीर्थ महापंचायत के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई । तय किया गया कि शीतकालीन पूजा स्थलों में महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें चारों पीठों के शंकराचायों के अलावा संतो को भी आमंत्रित किया जाएगा।
हालाही में ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के पावन सानिध्य में चार धामों के शीतकालीन पूजा स्थलों खुशीमठ, मुखीमठ, ऊखीमठ और जोशीमठ की यात्रा की गई थी। जिसका मुख्य मकसद शीतकालीन चारधाम यात्रा को बढ़ावा देना और देशभर के श्रद्धालुओं को शीतकालीन चारधाम यात्रा के लिए जागरुक करना है ताकी वे शीतकाल के 6 महीने के दौरान चारधाम शीतकालीन स्थलों पर आकर पूजा-अर्चना कर सकें।
चारों धाम के शीतकालीन पूजा स्थलों का व्यापक प्रचार प्रसार हो और अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालु आ सके । इसके लिए चार धाम महापंचायत के पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने पर्यटन सचिव सचिन कुर्बे के साथ बैठक की। पर्यटन सचिव ने कहा कि जल्दी ही चारों धामों के शीतकालीन पूजा स्थलों में महोत्सवों का आयोजन किया जाएगा।
उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के महा सचिव डॉ बृजेश सती ने बताया कि पर्यटन सचिव ने चार धामों की शीतकालीन पूजा स्थल को लेकर कार्य योजना तैयार की है। जिसके तहत चार धाम में महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महापंचायत चारों पीठों के शंकराचार्य ज्योतिष पीठ ,द्वारका शारदा पीठ, श्रृंगेरी और गोवर्धन पीठ के शंकराचार्यों को इस महोत्सव में आमंत्रित करेगी । इसके अलावा देश के प्रमुख संतों को भी आमंत्रित किया जाएगा। ताकि चारों धाम के शीतकालीन पूजा स्थलों का व्यापक प्रचार प्रसार हो सके ।
प्रतिनिधिमंडल में चार धाम महापंचायत के अध्यक्ष और गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल, गंगोत्री तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष संजीव सेमवाल ,यमुनोत्री तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल , ब्रह्म कपाल तीर्थ पंचायत समिति के अध्यक्ष उमेश सती, गंगोत्री मंदिर समिति कोषाध्यक्ष महेश , महापंचायत के मीडिया प्रभारी रजनीकांत सेमवाल आदि मौजूद रहे।