पेरिस पैरालंपिक 2024, जहां भारतीय खिलाड़ियों ने इतिहास रच दिया है। देश के लिए 20 से ज्यादा पदक जीतकर उन्होंने एक बार फिर साबित किया कि खेल में मेहनत, जुनून और हौसला सब कुछ बदल सकता है।
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर देश का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है। इस बार भारतीय दल ने अब तक के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से हर किसी का दिल जीत लिया है। खिलाड़ियों ने स्वर्ण, रजत और कांस्य पदकों की झड़ी लगा दी।
खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर क्या बोले शिक्षक अभिषेक चौधरी
भारतीय खिलाड़ियों के इस प्रदर्शन पर हमने केंद्रीय विद्यालय सेक्टर-24 नोएडा में कार्यरत शिक्षक अभिषेक चौधरी से बात की। अभिषेक चौधरी केंद्रीय विद्यालय सेक्टर 24 में शारीरिक शिक्षक हैं। अभिषेक चौधरी पेरिस में भारतीय खिलाड़ियों के दल के साथ गए हैं। वे वहां भारतीय दल के साथ ऑफिशियल रूप महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा रहे हैं। अभिषेक चौधरी ने बताया कि हिंदुस्तान के लिए ये बहुत ही गर्व का पल है, क्योंकि हमारे खिलाड़ी पेरिस पैरालंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं।
अभिषेक चौधरी का पेरिस पैरालंपिक में खिलाड़ियों के साथ अहम भूमिका में रहना केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) के लिए बहुत ही गौरव की बात है। उनके इस योगदान ने ना केवल उनके स्कूल, बल्कि पूरे संगठन का मान बढ़ाया है। ये शारीरिक शिक्षा और खेल के क्षेत्र में उनका अनुभव और उनकी मेहनत का परिणाम है। जिसकी बदौलत आज अभिषेक विदेशी धरती पर हिंदुस्तान के खिलाड़ियों के साथ मौजूद रहकर अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस तरह के कार्य निस्संदेह अन्य शिक्षकों और विद्यार्थियों को भी प्रेरित करेंगा।
अभिषेक चौधरी ने बताया कि अपनी असाधारण क्षमता और जज़्बे से हमारे खिलाड़ियों ने स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक हासिल किए हैं, जो पूरे देश के लिए गर्व की बात है। इन खिलाड़ियों के संघर्ष और समर्पण की कहानी प्रेरणादायक है।
भारतीय दल के सभी खिलाड़ियों ने मेहनत और समर्पण से खेल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। उन्होंने न केवल खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया, बल्कि पैरालंपिक में भारत की पहचान को और मजबूत किया है।
अभिषेक चौधरी बताते हैं कि सच में, हमारे ये खिलाड़ी हर उस मुश्किल को पार कर चुके हैं, जो आम जीवन में हमारे सामने आती है। इनकी कहानियां हमें यह सिखाती हैं कि अगर मेहनत और हौसला हो, तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं।
इन खिलाड़ियों की जीत के पीछे उनके परिवार और कोच की भी अहम भूमिका रही है। खिलाड़ियों के परिजनों और कोच ने उनके संघर्ष के बारे में बताया और इस बड़ी उपलब्धि पर गर्व जताया है।
जाहिर है हमारे इन खिलाड़ियों ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। हम उम्मीद करते हैं कि ये सिलसिला ऐसे ही जारी रहेगा और हमारे खिलाड़ी भविष्य में और भी ऊंचाइयों को छुएंगे।
पैरालंपिक 2024 में अब तक इन्होंने जीते पदक
- अवनि लेखरा: स्वर्ण पदक: निशानेबाजी
- मोना अग्रवाल: कांस्य पदक: निशानेबाजी
- प्रीति पाल: कांस्य पदक: एथलेटिक्स
- मनीष नरवाल: रजत पदक: निशानेबाजी
- रुबीना फ्रांसिस: कांस्य पदक: निशानेबाजी
- प्रीति पाल: कांस्य पदक: एथलेटिक्स
- निषाद कुमार: रजत पदक: एथलेटिक्स
- योगेश कथुनिया: रजत पदक: एथलेटिक्स
- नितेश कुमार: स्वर्ण पदक: बैडमिंटन
- मनीषा रामदास: कांस्य पदक: बैडमिंटन
- तुलसीमति मुरुगेसन: रजत पदक: बैडमिंटन
- सुहास एलवाई: रजत पदक: बैडमिंटन
- राकेश कुमार/शीतल देवी: कांस्य पदक: तीरंदाजी
- सुमित अंतिल: स्वर्ण पदक: एथलेटिक्स
- नित्या श्री सिवान: कांस्य पदक: बैडमिंटन
- दीप्ति जीवनजी: कांस्य पदक: एथलेटिक्स
- अजीत सिंह: रजत पदक: एथलेटिक्स
- सुंदर सिंह गुर्जर: कांस्य पदक:एथलेटिक्स
- शरद कुमार: रजत पदक: एथलेटिक्स
- मरियप्पन थंगावेलु: कांस्य पदक: एथलेटिक्स