
हरिद्वार: भारत में धार्मिक स्थल और मंदिर सदियों से हमारे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का हिस्सा रहे हैं। इन मंदिरों का संरक्षण एक महत्वपूर्ण कार्य है, ताकि आने वाली पीढ़ी इन धरोहरों को देख सके और समझ सके। इस संदर्भ में एक ऐसा अद्वितीय कदम सामने आया है, जब एक युवक ने हरिद्वार से बटेश्वर मंदिर तक पैदल यात्रा शुरू की, जिसका उद्देश्य इस ऐतिहासिक मंदिर को बचाना और इसके महत्व को जनमानस में जागरूकता फैलाना है।

नितिन का परिचय: नितिन फौजी ने हरिद्वार की हर की पैड़ी से अपनी यात्रा की शुरुआत की है। नितिन दिल्ली के रहने वाले हैं। नितिन ने अपनी जीवन यात्रा को एक अलग दिशा देने का निर्णय लिया जब उसे बटेश्वर मंदिर की हालत और इसके अस्तित्व को लेकर चिंता हुई। बटेश्वर मंदिर मध्य प्रदेश के भिंड जिले में स्थित एक ऐतिहासिक मंदिर है, जो सदियों पुराना है। यह मंदिर भारतीय स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है, लेकिन समय के साथ-साथ यह स्थल उपेक्षा और अव्यवस्था का शिकार हो गया है। नितन ने इस मंदिर को बचाने के लिए अपनी पहल शुरू की और हरिद्वार से बटेश्वर तक की पैदल यात्रा पर निकल पड़े।
यात्रा की शुरुआत: नितिन ने 6 मार्च को हरिद्वार से अपनी यात्रा शुरू की। उनके साथ केवल एक बैग और कुछ आवश्यक सामान है और यात्रा पर आगे बढ़ने का हौसला है। नितिन का मानना है कि यदि यह यात्रा लोगों को मंदिर के महत्व के बारे में बताएगी और उसके संरक्षण की आवश्यकता को समझाएगी, तो बटेश्वर मंदिर को बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
यात्रा का उद्देश्य: बटेश्वर मंदिर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत बड़ा है। यह मंदिर भगवान शिव और भगवान विष्णु के अद्भुत मंदिरों में से एक है। बटेश्वर मंदिर के आसपास स्थित हजारों मंदिर, जो सदियों पुरानी मूर्तियों और शिल्पकला से सज्जित हैं, इस स्थल को भारत के प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों में एक महत्वपूर्ण स्थान प्रदान करते हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश, यह स्थल समय के साथ उपेक्षित हो गया है, और यहां की संरचनाएं बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। नितिन का उद्देश्य इस ऐतिहासिक स्थल की रक्षा करना और सरकार तथा समाज के सामने इसे पुनः जीवित करने की आवश्यकता को उजागर करना है।

यात्रा का मार्ग: नितन अपनी यात्रा में विभिन्न शहरों और कस्बों को पार करते हुए आगे बढ़ेंगे। हरिद्वार से शुरू होकर उनकी यात्रा उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से गुजरते हुए बटेश्वर मंदिर तक पहुँचेंगी। इस यात्रा के दौरान, नितिन रास्ते में आने वाले गाँवों में मंदिर के महत्व को बताएंगे और वहां के लोगों से समर्थन की अपील करेंगे। नितिन का कहना है कि यदि हर नागरिक इस मुद्दे को समझे और इसे बचाने के लिए कदम उठाए, तो यह ऐतिहासिक धरोहर बच सकती है।