Laksar News: लक्सर ब्लॉक के हुसैनपुर गांव के प्राइमरी स्कूल की जमीन पर पिछले काफी समय से कुछ ग्रामीणों के द्वारा अतिक्रमण किया गया है। ये मामला मुख्यमंत्री हेल्पलाइन भी उठाया गया था मगर फिर भी अधिकारी स्कूल की जमीन से अतिक्रमण नहीं हटवा पा रहे हैं।
प्राइमरी स्कूल की जगह पर अतिक्रमण की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में भी करवाई गई थी जिसका शिकायत क्रमांक 109220 है। शिकायत के बाद तत्कालीन एसडीएम पूरन सिंह ने हुसैनपुर गांव में आकर मौके का निरीक्षण किया था, उस समय तहसील के बाकी कर्मचारी भी साथ में मौजूद थे, तत्कालीन एसडीएम ने स्कूल की जगह को चिन्हित करवाकर जमीन की पैमाइश करवाई थी, मगर एडीएमएम के आदेश के बावजूद भी पटवारी समेत दूसरे संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों ने इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया यही वजह है कि प्राइमरी स्कूल की जमीन पर आज भी अतिक्रमण है।
हुसैनपुर गांव में प्राइमरी स्कूल की जमीन पर अतिक्रमण
मौके पर जाकर जब हमने निरीक्षण किया तो पता चला कि स्कूल परिसर में कहीं पर ग्रामीणों को द्वारा गोबर के उपले बनाए जा रहे हैं तो कहीं पर जानवरों को गोबर डाला गया है, तो कहीं कुछ ग्रामीणों ने अपने गन्ने की बुग्घियां खड़ी कर रखी है। पूरे स्कूल परिसर की यही कहानी है।
शिकायत के बाद लक्सर एसडीएम ने नहीं लिया मामले पर कोई संज्ञान
हुसैनपुर गांव का प्राइमरी स्कूल जिस जगह पर बना है वो खसरा संख्या 34 से संबंधित है, खसरे में दर्ज रकबे के मुताबिक प्राइमरी स्कूल का रकबा 0.200 हेक्टेयर यानि करीब 3 बीघे के करीब होता है। मगर मौजूदा स्थिति पर गौर करें तो स्कूल के पास बच्चों को पढ़ाने तक की जगह कम पड़ गई है, स्कूल के इर्द गिर्द स्कूल की जितनी भी खाली जगह है उस पर किसी ने पक्का निर्माण कर लिया तो कोई अपने जानवरों का गोबर डाल रहा है तो किसी ने चार दीवारी कर जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। इस सबंध में लक्सर के एडीएम गोपाल राम बेनीवाल को लिखित शिकायत भी दी गई थी, मगर एसडीएम साहब ने कोई एक्शन नहीं लिया। ये जानते हुए भी कि ये शिकायत मुख्ममंत्री पोर्टल से संबंधित है, और पिछले दिनों सीएम हेल्पलाइन की शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने पर मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव ने अधिकारियों को फटकार भी लगाई थी बावजूद इसके एसडीएम ने मामले में कोई एक्शन नहीं लिया।
अतिक्रमण हटाने की कई बार गलत रिपोर्ट प्रेषित कर चुके हैं लेखपाल
हैरानी इस बात पर है कि लेखपाल दो बार अतिक्रमण हटाने की गलत रिपोर्ट प्रेषित कर चुके हैं। एक रिपोर्ट अक्टूबर 2020 में लगाई गई जिसमें कहा गया कि हुसैनपुर गांव के प्राइमरी स्कूल से अतिक्रमण हटा दिया गया है।
जबकि स्कूल की जमीन से अतिक्रमण नहीं हट पाया। उधर मार्च 2022 में राजस्व उपनिरीक्षक सुलेमान के द्वारा भी एक रिपोर्ट प्रेषित की गई कि हुसैनपुर गांव के स्कूल की जमीन से अतिक्रमण हटा दिया गया और अब वहां पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं है। मगर ग्रामीणों का कहना है कि प्राइमरी स्कूल से अतिक्रमण हटवाया ही नहीं गया। जो रिपोर्ट लगाई गई है वो गलत है। इसलिए राजस्व निरीक्षक और उप निरीक्षक की भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत होती है।
इस बारे में हमने स्कूल के शिक्षिकों से भी बात की। शिक्षिकों का कहना है कि वो ग्रामीणों से कई बार आग्रह कर चुके हैं कि वो स्कूल परिसर में गंदगी ना डालें और स्कूल परिसर को अतिक्रमण मुक्त करवा दिया जाए, मगर फिर भी ग्रामीण मानने को तैयार नहीं है। स्कूल की चार दीवारी के लिए बजट भी मंजूर हो चुका है, मगर स्कूल की जगह चिन्हित नहीं हो पाने और अतिक्रमण की वजह से चार दीवारी नहीं हो पा रही है। शिकायकर्ता का कहना है कि अब ये मामला मुख्यमंत्री के सामने पत्र के माध्यम से रखा जाएगा।