Joshimsth: जोशीमठ शहर में जमीन धंसने के बाद अब वहां पर मौजूद आदि गुरु शंकराचार्य के मठ पर भी खतरा मंडरा रहा है। इसी को लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि खतरा बढ़ने पर फैसला लिया जाएगा। अगर जरूरी हुआ तो मठ भी दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है। शंकराचार्य ने कहा कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए परिस्थिति के हिसाब से फैसला लिया जाएगा। मगर सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार जोशीमठ शहर में जमीन धंस क्यों रही है। शंकराचार्य जी इसके लिए एनटीपीसी की सुरंग को ही जिम्मेदार मानते हैं जिस तरह के हालात बने हैं उसके हिसाब से इस बात की पूरी आशंका है कि एनटीपीसी प्रोजेक्ट की वजह से ही जोशीमठ शहर में जमीन धंस रही है और इतने मकानों में दरारें पड़ गई है।