Joshimath Darar: जोशीमठ शहर में घरों में आ रही दरारों ने लोगों की नींद उड़ा रखी है। 500 से ज्यादा घरों में दरार आ चुकी है जिससे लोग दहशत में जीने को मजबूर है। जमीन धंसने की घटना पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य ने चिंता जताई है। उन्होंने प्रभावितों के पुनर्वास के साथ ही निर्माणाधीन परियोजनाओं पर रोक लगाने की मांग की है।
ज्योतिरमठ के मीडिया प्रभारी बृजेश सती के साथ प्रभारी ज्योतिरमठ ब्रह्मचारी मुकुल आनंद समेत आम लोगों के सिग्नेचर किया हुआ एक पत्र प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री को भेजा गया है जिसमें कई बिंदुओं पर मांग की गई है। जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भूधंसाव और पुनर्वास की मांग को लेकर को लेकर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने राज्य सरकार से तुरंत इस दिशा में तुरंत ठोस कदम उठाए जाने की मांग की है।
उन्होंने नगर क्षेत्र के आस पास सभी निर्माणाधीन योजनाएं को जनहित में अभिलंब रोग लगा कर प्रभावित क्षेत्र में तकनीकी विशेषज्ञों की टीम भेजने को कहा। प्रेस को जारी बयान में ज्योतिर्मठ के मीडिया प्रभारी डॉ बृजेश सती ने कहा कि ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती ने जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भू धँसाव के साथ ही वहां के आवासीय और व्यवसायिक भवनों में आई दरारों पर चिंता व्यक्त की है । शंकराचार्य ने कहा है कि राज्य सरकार को इस गंभीर विषय पर तुरंत निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नगर क्षेत्र के आसपास जितनी भी जल विद्युत परियोजना एवं बड़े प्रोजेक्ट निर्माणाधीन हैं उन पर रोक लगाई जानी चाहिए। इसके अलावा घटनाक्रम की तकनीकी जांच कराई जानी आवश्यक है। इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम प्रभावित क्षेत्र में भेजने की जरूरत है।ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने प्रभावित लोगों के पुनर्वास की मांग भी दोहराई। इससे पूर्व ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य ने राष्ट्रपति को इस बारे में पत्र प्रेषित में किया था। ज्योतिर्मठ के प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुदानंद ने बताया कि आपदा की इस घड़ी में ज्योतिर्मठ पूरे नगर क्षेत्र के लोगों के साथ है। विषय की गंभीरता को देखते हुए जल्दी ही ज्योतिर्मठ आपदा सेवालय का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा।