Holidays’ membership plans: अक्सर आपने सोशल मीडिया पर देखा होगा की बुहत सारी कंपनी हॉलीडे के नाम पर मेंबरशिप बेचती हैं। खासकर गर्मी की छुट्टियां आते ही टूरिज्म और होटल सेक्टर से जुड़ी कंपनियां खूब प्रचार करने लगती हैं। कुछ कंपनियां जैसे क्लब महेंद्रा और स्टर्लिंग मेंबरशिप उपलब्ध करवाती है। जिसमें ग्राहकों से अगले 10 से 25 साल तक का पैसा एडवांस ले लिया जाता है, उसके बदले ग्राहकों को कंपनी के होटल और रिजॉर्ट में हर साल ठहरने के लिए कुछ रातें दी जाती है। (free night membership) मेंबरशिप की सेवा उपलब्ध करवाने वाली दो बड़ी कंपनियां क्लब महेंद्रा और स्टर्लिंग की मेंबरशिप 10 से 25 सालों के लिए मिलती है, जिसमें क्लब महेंद्रा 15 से 25 साल और स्टर्लिंग 10 साल के लिए मेंबरशिप उपलब्ध करवाता है। क्लब महेंद्रा की मेंबरशिप 15 साल के लिए करीब 3,50000 से शुरू होती है, जबकि स्टरलिंग की 10 साल के लिए करीब 3,10000 से शुरू हो जाती है, हो सकता है कि इन कंपनियों की वेबसाइट पर कुछ ज्यादा प्राइस हो, मगर जब आप इन कंपनियों की मार्केंटिंग टीम को घर पर बुलाते हैं या मीटिंग करते हैं तो वो डिस्काउंट देकर इसी प्राइस तक ले आते हैं।
खैर, सवाल ये है कि इस तरह की मेंबरशिप लेने का क्या वाकई फायदा है, क्या ये मेंबरशिप हर कोई ले सकता है, आखिरकार किन लोगों को ये मेंबरशिप लेनी चाहिए ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब हम आपके लिए ढूंढकर लाए हैं।
25 साल के लिए होटल-रिसोर्ट की मेंबरशिप लेना कितना सही या गलत ?
(How right or wrong take membership)
होटल और रिसॉर्ट की मेंबरशिप के बारे में थोड़ा केलकुलेशन करने की जरुरत है। जैसे की उदारहण के तौर पर एक X कंपनी है, वो ग्राहकों को 10 साल की मेंबरशिप (Holidays’ membership plans) 3 लाख रुपये में बेच रही है, जिसके बदले कंपनी ग्राहक को सालभर में उनके होटल में रुकने के लिए कुछ रातें, मान लीजिए 7 रातें दे रही है। इसके अलावा आपको X कंपनी को हर साल एनुएल सब्सक्रिप्शन या एनुअल मेंटेंनेंस के लिए कुछ रकम चुकानी होती है, वो 15 हजार से लेकर 20 हजार तक हो सकती है. ये रकम 10 साल में डेढ़ लाख से लेकर 2 लाख तक हो जाती है। इस तरह से आपने X कंपनी को 10 साल में अपने मेंबरशिप के रूप में करीब 5 लाख रुपये दे दिए हैं। (Membership for 25 years is right and wrong)
X कंपनी के होटल में जब आप रुकेंगे तो आपको खाना पर वहीं पर खाना होगा। गुगल में सर्च करने पर पता चलता है कि X कंपनी यहां बहुत ही चालाकी करती है, इनके यहां खाना बहुत ही महंगा होता है, एक एक प्लेट के लिए 1500 से 2000 रुपये चार्ज किया जाता है। ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर तीनों मिलाकर एक व्यक्ति पर कम के कम 1500 रुपये प्रतिदिन तो खर्च हो ही जाएंगे, इनके कुछ रिजॉर्ट तो ऐसी जगह पर होते हैं जहां पर दूर दूर तक मार्केट नहीं होती है इसलिए आप बाजार से भी खाना नहीं मंगवा सकते हैं। कई आपका बच्चा जिद करने लगते हैं फिर खाना कितना भी महंगा हो आपको लेना ही होगा। ऐसे स्थिति में आपको इनसे ही खाना लेना होगा
अगर आप X कंपनी के होटल में 7 रातों के लिए रुकते हैं और एक व्यक्ति के खाने पर करीब 10 हजार रुपये तो खर्च हो जाएंगे, अगर आपके परिवार में 3 मेंबर हैं तो सोचिए खाने पर कितना खर्च होगा। आप मेंबरशिप के लिए पहले ही 5 लाख रुपये दे चुके होंगे ऐसे में हर साल खाने के नाम पर X कंपनी के होटल में 10 साल तक अच्छी खानी रकम दे चुके होंगे, चलिए खाने को भी छोड़ दें तो, मेंबरशिप और एनुअल मेंटनेंस के 5 लाख रुपये को 10 साल से डिवाइड करें तो प्रति साल के 50 हजार रुपये होते हैं, अगर 50 हजार रुपये को हम 7 नाइट से डिवाइड करें क्योंकि आपको X के होटल में 7 नाइट ही तो रुकना है, तब प्रति नाइट का चार्ज करीब 7,200 रुपये हो जाता है, अब आप खुद सोचिए क्या मेंबरशिप लेना फायदे का सौदा है। 7 हजार रुपये में तो आप कहीं पर भी जाकर आलिशान रूम ले सकते हैं जबकि एक साथ पैसे देने की भी टेंशन नहीं होगी। मेंबरशिप के दौरान कई कंपनियां ग्राहकों को उनके होटल में रुकने के लिए नाइट्स देती है जबकि कुछ कंपनी पाइंट्स में डील करती है. मगर दोनों हैं एक सिक्के के दो पहलू। यहां सबसे अहम चीज इनके बिजनेस मॉ़डल को समझने की है, इन्हें एक साथ ग्राहक की जेब से पैसे निकलवाना होता है।
क्या सभी मेंबरशिप लेने वाले होटल रिसोर्ट में रुकने जाते हैं?
ये अक्सर देखने में आया है कि ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं जो पूरे साल 7 नाइट कहीं होटल में बिता पाते हैं। इसलिए ऐसी मेंबरशिप भला उनके लिए किस काम की है। कई बार मन में ये भी सवाल उठता है कि कंपनी का बहुत ही शानदार होटल जिसका मौजूदा प्राइस प्रति नाइट 10 हजार रुपये है, क्यों ना वहां पर जाकर रुका जाए, जिससे पैसे एक बार में ही वसूल हो जाएंगे, मगर ऐसे रिजॉर्ट हो सकती है कि आपके घर से कई हजार मील दूर हो फिर वहां तक आने जाने का खर्च भी तो जोड़ लीजिए।
मेंबरशिप के नफे नुकसान जानने के लिए हमनें सोशल मीडिया पर इनके बारे में जानकारी जुटाई, हमें यू ट्यूब पर ऐसे कई लोग मिले जो इनकी खामियों के बारे में बता रहे हैं, ऐसे ही एक शख्स ने अपनी नाराजगी की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी, इनका तर्क है कि कंपनी ने इनसे जो वादे किए थे वो पूरे नहीं किए, साथ ही मेंबरशिप लेना फायदे का सौदा कतई नहीं, क्योंकि घूमना-फिरना इंसान की चॉइस से होना चाहिए ना कि किसी बंधन से
मेंबरशिप को लेकर सोशल मीडिया कमेंट्स जरूर देखिए