पेरिस पैरालंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन करने वाले हिंदुस्तान के खिलाड़ियों की भारत वापसी हो चुकी है। खिलाड़ी जैसे ही दिल्ली इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। लोगों ने उनके सम्मान में भारत माता की जय के नारे लगाए।
पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले हमारे देश के खिलाड़ियों की खुशी साफ जाहिर हो रही है, उनके चेहरे की मुस्कान साफ बयां कर रही है कि वे उस उपलब्धि पर कितना गर्व महसूस कर रहे हैं।
पेरिस पैरालंपिक खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाड़ियों का सम्मान खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने किया। गोल्ड मेडल जीतने वाले कदक विजेताओं को 75 लाख रुपये सम्मान राशि दी गई है जबकि सिल्वर मेडल विजेताओं को 50 लाख और ब्रॉन्ज मेडल विजेताओं को 30 लाख रुपये दिए गए हैं।
खिलाड़ियों को सम्मानित करते समय क्या बोले खेल मंत्री
खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा ‘देश पैरालंपिक और पैरा खेलों में आगे बढ़ रहा है। 2016 में 4 पदकों से, भारत ने तोक्यो में 19 पदक, पेरिस में 29 पदक जीते और 18वें स्थान पर रहा।’ मांडविया ने कहा, ‘हम अपने सभी पैरा खिलाड़ियों को सभी सुविधाएं प्रदान करेंगे ताकि हम 2028 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक में और अधिक पदक और स्वर्ण पदक जीत सकें।’ भारत ने पेरिस पैरालंपिक में अपने ऐतिहासिक अभियान का समापन 29 पदकों के साथ किया जिसमें सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं जो प्रतियोगिता के इतिहास में देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
पेरिस पैरालंपिक में भारत के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 29 पदक जीते। उनके इस अभूतपूर्व साहस और कड़ी मेहनत का सम्मान करने के लिए खेल मंत्रालय की तरफ से सम्मान कार्यक्रम रखा गया था।
खेल मंत्री ने कहा, हमारे पैरालंपिक खिलाड़ियों ने न केवल देश का नाम रोशन किया है, बल्कि उन्हें प्रेरणा का स्रोत भी बना दिया है। उनके संघर्ष और उपलब्धियों को सलाम करते हैं।
खिलाड़ियों के साथ पेरिस गए केंद्रीय विद्यालय नोएडा के शिक्षक अभिषेक चौधरी ने बताया कि कैसे इन खिलाड़ियों ने कठिनाइयों का सामना किया और अपने सपनों को साकार किया।
खिलाड़ियों का भी कहना है कि उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है और यह सम्मान हमारे लिए बेहद खास है। हम चाहते हैं कि हमारे प्रदर्शन से और लोगों को प्रेरणा मिले।