उत्तराखंड के हरिद्वार में हाल ही में एक शोरूम में हुई डकैती के बाद शहर में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज इस मुद्दे को लेकर धरना दिया, जिसमें उन्होंने सरकार की नीतियों और पुलिस- प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
हरिद्वार में एक प्रमुख शोरूम में हाल ही में हुई डकैती ने शहर में कानून व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इससे व्यापारियों ने दहशत का माहौल है। हरिद्वार जैसे शहर जिसे धर्मनगरी के नाम से जाना जाता है वहां पर इस तरह की घटना होना कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
इसी के विरोध में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धरना प्रदर्शन किया। रावत ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। उन्होंने पुलिस की विफलता और सरकार की उदासीनता को लेकर आक्रोश व्यक्त किया।
बारिश के वावजूद धरना स्थल पर बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे, जो बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। हरीश रावत ने इस धरने के जरिए राज्य सरकार को चेतावनी दी कि अगर जल्द ही कानून व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो वे व्यापक आंदोलन करेंगे।
हरिद्वार की घटना को लेकर विपक्ष लगातार इसे लेकर सरकार पर दबाव बना रहा है, जबकि पुलिस का कहना है कि मामले की जाँच की जा रही है और जल्द ही अपराधियों को पकड़ा जाएगा। हरिद्वार में हुई इस डकैती ने लोगों के मन में डर और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। हरीश रावत के इस धरने से अब सरकार पर दबाव और बढ़ गया है। देखना होगा कि प्रशासन इस स्थिति से कैसे निपटता है और लोगों की सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाए जाते हैं।
शोरूम में हुई डकैती की इस वारदात को बाद उत्तराखंड के DGP अभिनव कुमार खुद हरिद्वार पहुंचे थे और घटनास्थल का निरीक्षण किया था। DGP अभिनव कुमार का कहना था कि देवभूमि में अपराधियों को पनपने नहीं दिया जाएगा।