Haridwar Rain Alert: हरिद्वार जिले में पिछले 24 घंटे से रुक रुककर बारिश जारी है, जिस वजह से मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। बीती रात से मूसलाधार बारिश रुक रुककर जारी है। ऐसे में नीलधारा गंगा, गंगनहर, सोनाली नदी और पथरी नदी उफान मारकर बह रही है। पथरी नदी में पानी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि वो ओवरफ्लो कर गई है, जिसका पानी खेतों से होते हुए कई गांव में घुस चुका है साथ ही लक्सर के मुख्य बाजार में पानी भरा हुआ है जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
जिस तरह से बारिश जारी है उसके बाद पूरी आशंका है कि हरिद्वार जिले के मैदानी इलाके लक्सर और रुड़की में बाढ़ की आशंका बन गई है। क्योंकि नदियां और नाले पहले ही उफान पर बह रहे हैं, अब अगर ये बारिश इसी तरह से जारी रही तो हो सकता है कि बाण गंगा या गंगनहर का पानी गांव में घुस जाए। हरिद्वार जिले के खानपुर के कई गांव में सोनाली नदी के पानी की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, यहां कई गांव के पास तक पानी पहुंच गया तो वहीं रास्तों पर भी पानी बह रहा है।
लक्सर में उफान पर बह रही नील धारा गंगा
लक्सर के रायसी के पास होकर नील धारा गंगा गुजर रही है, जिसे बड़ी गंगा भी कहा जाता है। नील धारा गंगा का तटबंध पिछले कई साल से टूटा हुआ है, जिसकी आज तक मरम्मत नहीं हो पाई है। जब भी बरसात का मौसम आता है, खानपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों की नींद उड़ जाती है, क्योंकि नीलधारा गंगा का पानी खानपुर क्षेत्र में तबाही मचाता है। ऐसे में इस बार भी लोगों को बाढ़ की आशंका सता रही है।
सोनाली नदी और पथरी नदी का बढ़ा जलस्तर
उधर लक्सर विधानसभा क्षेत्र में सोनाली और पथरी नदी का वजह से बाढ़ आती है, ये दोनों ही नदियां उफान मारकर बह रही है, जिस वजह से लक्सर विधानसभा के कई गांव के आस पास बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, खेतों फसलें जलमग्न हो गई हैं, तो वहीं कई जगह सड़कों के ऊपर से पानी बह रहा है। पथरी नदी का पानी ही लक्सर बाजार में जा घुसा है जहां सैकड़ों दुकानों में कई कई फीट तक पानी भरा हुआ है।
हरिद्वार जिले में नदियों का जलस्तर बढ़ने पर पुलिस और प्रशासन की तरफ से लोगों को एनाउसमेंट के जरिए आगाह किया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि वो फिलहाल अपने घरों में ही रहें, क्योंकि नदियों का जलस्तर पल पल बढ़ रहा है, हो सकता है कि जहां कुछ देर पहले तक सूखी जमीन हो वहां कुछ देर पानी बाढ़ आ जाए। इसलिए लोगों का हिदायत दी गई है कि वो अभी जंगल में जाएं।