
चमोली: उत्तराखंड के चमोली में स्थित सिद्धपीठ लाटू मंदिर के कपाट विधि-विधान से पूजा अर्चना के बाद ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लाटू धाम पहुंचकर पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख समृद्धि और कल्याण की कामना की।
मुख्यमंत्री धामी ने कपाट खुलने के अवसर पर लाटू धाम पहुंचे सभी श्रद्धालुओं का स्वागत और अभिनन्दन किया। मुख्यमंत्री ने लाटू मंदिर में पूजा अर्चना के बाद आयोजित सभा का आगाज मां नंदा और लाटू देवता के जयकारे के साथ किया। इस दौरान उन्होंने पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना की ओर से की गई कार्रवाई के लिए सैनिकों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में चार धाम के साथ-साथ तुंगनाथ, रुद्रनाथ, जागेश्वर, आदि कैलाश एवं आदिबद्री जैसे अनेकों महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल हैं। इसके साथ ही राज्य के छोटे-छोटे मंदिर राज्य की सांस्कृतिक परम्पराओं का संरक्षण करते हैं।
मुख्यमंत्री ने लाटू धाम के ऐतिहासिक, सामाजिक और सांस्कृतिक महत्त्व की सराहना करते हुए कहा कि यह मंदिर हमारे हजारों वर्ष पुरानी परंपरा का प्रतीक है। आज का यह कार्यक्रम केवल धार्मिक आयोजन नहीं है बल्कि यह आस्था, परम्परा और एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि लाटू धाम के मंदिर में आँखों में पट्टी बांध कर दर्शन करने की परम्परा यह दर्शाती है कि आस्था सिर्फ आंखों से नहीं बल्कि हृदय से होती है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हम उत्तराखण्ड को भारत ही नहीं सम्पूर्ण विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाना चाहते हैं। जिसके लिए सरकार पौराणिक मंदिरों का जीर्णोद्धार, सांस्कृतिक धरोहरों की पहचान कर सरंक्षण करने के साथ ही मंदिरों के आस-पास सुविधाओं का विकास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा वर्तमान में चारधाम यात्रा का संचालन किया जा रहा है। जो देश-दुनिया के सनातन मतावलम्बियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।