
प्रशासक का कार्यभार संभालते ही नोटिस नकेल पैनल्टी लगा दिखाया था बाहर का रास्ता,
3 महीने अल्टीमेटम के बाद वाटरग्रेस को सीधा किया था 47 वार्डों से बाहर; 26 वार्ड वाली इकोन पर किया उच्च स्तरीय जाचं का कड़ा प्रहार।
वाटरग्रेस व इकोन की व्यवस्थाओं से व्यथित थे जनमानस
डीएम ने शुरू की जांच तो परत दर परत खुलती रही करोड़ो की अव्यवस्थाओं की पोल

तमाम दबाव सिफारिश को दरकिनार कर डीएम ने निष्क्रिय सफाई्र कम्पनी को प्रशासक कार्यकाल में ही बाहर कर, लिया था सख्त निर्णय
अर्थदण्ड, चेतावनी, नोटिस, कई मौके देने के बाद भी ढर्रे पर नही लौट रही थी सफाई व्यवस्था,
निश्चित रूप से डीएम की जांच फिर उड़ा ले जाएगी निगम के कई्र नामी अफसर
जिलाधिकारी द्वारा बनाई गई जांच समिति को मिली थी कई खामियां एवं अनयिमितताएं

जांच में पाया गया कि टेंडर दो कम्पनियों द्वारा जीता गया था, मै० भार्गव फैसिलिटी सर्विसेज़ प्रा०लि० और मै० सन लाईट। मै० भार्गव फैसिलिटी सर्विसेज़ प्रा०लि० द्वारा अपने ही नाम से एक एसपीवी को कार्य करने हेतु नामित किया गया था किन्तु पत्रावली से टेम्पर कर उस पर 13 पृष्ठ पृथक से चिपकाये गये जिनमें मै० ईकान वेस्ट मैनेजमेन्ट सोल्यूशंस प्रा०लि० को मै० भार्गव फैसिलिटी सर्विसेज़ प्रा०लि० द्वारा पुनः एसपीवी नामित किया गया। अनुमति पत्रावली की नोट शीट पर कहीं भी प्राप्त नहीं है और यह आरएफपी की शर्तों का उल्लंघन पाया गया। मै० ईकान वेस्ट मैनेजमेन्ट सोल्यूशंस प्रा०लि० की अर्हता से सम्बंधित भी टेंडर पत्रावली पर कोई टिप्पणी उपलब्ध नहीं है लेकिन अनुबंध मै० ईकान वेस्ट मैनेजमेन्ट सोल्यूशंस प्रा०लि० से किया गया और उसे ही वर्तमान तक भुगतान किया जा रहा था। इसके अतिरिक्त, भुगतान की पत्रावलियों से स्पष्ट है कि मै० ईकान वेस्ट मैनेजमेन्ट सोल्यूशंस प्रा०लि० को अनुबंध की तिथि से पूर्व के बिल पर भी भुगतान किया गया है। देहरादूनः शहर में अवैध तरीके से घर-घर कूड़ा उठान का ठेका लेने वाली इकोन वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी को आखिर कार नगर निगम ने अनुबंध समाप्त कर बाहर कर दिया है।


इकोन कंपनी के पास थी इन वार्ड की सफाई उठान की जिम्मेदारी मालसी, विजयपुर, रांझावाला, रेसकोर्स उत्तर, एमकेपी, डालनवाला उत्तर, डालनवाला पूरब, डालनवाला दक्षिण, बद्रीश कालोनी, राजीव नगर, वाणी विहार, शाह नगर, धर्मपुर, नेहरू 1 कालोनी, गुजराड़ा मानसिंह, डांडा लखौंड, आमवाला तरला, न ननूरखेड़ा, लाडपुर, नेहरूग्राम, डोभाल चौक, रायपुर, मियांवाला, रेस्ट कैंप, बालावाला और नकरौंदा।
कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दिए जाने पर नगर निगम ने इकोन कंपनी से विधिक तौर पर काम छीनकर इस कंपनी को आवंटित 26 वार्डों की सफाई का जिम्मा अब सनलाइट कंपनी को दे दिया है। इंकोन कंपनी को फर्जी तरीके से टेंडर जारी करने का आरोप है। इस मामले में जांच चल रही है। वहीं फर्जीवाड़े पर ही वाटरग्रेस – कंपनी से काम छीनकर नगर निगम घर-घर कूड़ा उठान का खुद देख रहा है। नगर निगम और इकोन कंपनी के बीच हुए अनुबंध के तहत कंपनी को 26 वार्ड दिए गए। कंपनी के काम पर लगातार सवाल उठते रहे डीएम ने प्रशासक रहते कई समीक्षा बैठक, चेतावनी, नोटिस भारी अर्थदण्ड लगाया था, जिस पर डीएम ने वाटरग्रेस से 47 वार्डों का सफाई का कार्य हटा दिया गया था। डीएम ने 26 वार्ड वाली इकोेन की जांच में भी रियायत नही की। कंपनी के लचर काम के चलते आए दिन हड़ताल होने से कूड़ा उठान का काम प्रभावित हो रहा था। इसलिए इकोन कंपनी को बाहर कर रास्ता दिखा दिया है। नगर निगम द्वारा इकोन कंपनी से अनुबंध निरस्त करने के बाद इस कंपनी को आवंटित 26 वार्ड सनलाइट कंपनी को दिए हैं। वाहनों को भी जल्द हेंडओवर कर लिया जाएगा। सनलाइट कंपनी को जल्द काम संभालने के निर्देश जारी किए गए हैं।