Chardham Yatra 2023: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से होने जा रही है। जिसके लिए तकरीबन 7 लाख के करीब श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण भी करा चुके हैं। लेकिन चारों धामों के तीर्थ पुरोहित रजिस्ट्रेशन और व्यापारी पंजीकरण और धामों में यात्रियों की संख्या निर्धारण से नाराज हैं। इसी को लेकर चारधाम के पुरोहितों ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। चारधाम महापंचायत (chardham yatra 2023) के महासचिव बृजेश सती ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने अपनी कई मांगों को लेकर मांगपत्र सौंपा है। जिसमें चारधाम के पुरोहित समाज की तरफ से सरकार से आग्रह किया गया है कि चारधाम यात्रा पर कोई बंदिशें नहीं होनी चाहिए।
चारधाम महापंचायत ने सरकार से क्या मांगें रखीं
1- तीर्थ पुरोहतों का कहना है कि चारधाम में यात्रियों की संख्या सीमित करने का विरोध कर रहे हैं। पुरोहित समाज की मांग है कि यात्रियों की संख्या का बाध्यता खत्म की जाए।
2- यात्रियों की ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को भी पुरोहित सरल बनाने की मांग कर रहे हैं। पुरोहित समाज की मांग कि यात्रियों की संख्या ऑफलाइन भी की जाए। जबकि स्थानीय लोगों को पंजीकरण की बाध्यता से बाहर रखा जाए।
3- तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में यात्रियों के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं। इसलिए जितने भी यात्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम आने चाहते हैं उन पर कोई बाध्यता नहीं होनी चाहिए। (mountains journey)
उधर सीएम पुष्कर सिंह धामी की तरफ से तीर्थ पुरोहितों को आश्वासन दिया गया है कि सरकार उनकी मांगों पर विचार करेगी। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार भी यही चाहती है कि चारधाम यात्रा विधिवत रूप से चले और कोई भी तीर्थ यात्री यात्रा करने के बाद कड़वे अनुभव के साथ वापस ना जाए। इसलिए ये सब नियम और व्यवस्थाएं तैयार की गई हैं।
कब शुरू होगी उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 2023
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से होने जा रही है। सबसे पहले गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। इसके बाद 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा की शुरुआत होगी, जबकि 27 अप्रैल से बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे और उसी दिन से बदरीनाथ धाम की यात्रा की भी शुरुआत हो जाएगी।