Char Dham Purohit: उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के प्रतिनिधिमंडल ने महापंचायत के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सचिवालय में मुलाकात की। इस दौरान महापंचायत से जुड़ी मंदिर समितियों और तीर्थ पुरोहित महासभा के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इस बार सरकार ने तीर्थ यात्रियों और स्थानीय लोगों के पंजीकरण की व्यवस्था की है। मगर पुरोहित इसे व्यावहारिक नहीं मानते है। इसे वापस लिया जाना चाहिए। इसके अलावा महापंचायत ने 5 सूत्री ज्ञापन भी मुख्यमंत्री को प्रेषित किया। मुख्यमंत्री ने पुरोहितों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार चार धाम यात्रा का बेहतर प्रबंधन कर रही है। जल्द ही तर्थपुरोहितों की अधिकारियों से बैठक आयोजित की जाएगी।
प्रेस को जारी बयान में महापंचायत के महासचिव डॉ बृजेश सती ने बताया कि चार धाम महापंचायत के पदाधिकारियों और महापंचायत से जुड़ी विभिन्न समितियों और महासभाओं के पदाधिकारियों ने सचिवालय में मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि पंजीकरण सुविधा अव्यावहारिक है जिससे यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतें हो रही हैं। इसके अलावा पुरोहितों ने चार धाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों की जो संख्या निर्धारित की गई है इस व्यवस्था को समाप्त करने की मांग की । गंगोत्री में हेलीपैड और खरसाली से यमुनोत्री धाम के लिए रोपवे शुरू के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधिमंडल में चार धाम महापंचायत के कोषाध्यक्ष और यमुनोत्री तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल, ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित पंचायत समिति के अध्यक्ष उमेश सती, महापंचायत के प्रवक्ता प्रसांत डिमरी शामिल रहे। इस अवसर पर गंगोत्री के विधायक सुरेश चौहान और यमुनोत्री के विधायक संजय डोभाल भी मौजूद रहे। (mountains Journey)