adi kailash Yatra: 2 साल बाद शुरू हुई आदि कैलाश यात्रा, जानिए कैसे करें यात्रा

पुराणों में 5 कैलाश का जिक्र आता है। जिनमें कैलाश पर्वत जो तिब्बत में है मगर अब वो चीन के क्षेत्र में है, आदि कैलाश जो उत्तराखंड में स्थित है। जबकि तीन कैलाश मणिमहेश, श्रीखंड और किन्नर कैलाश हिमाचल में स्थित है। मगर हम यहां बात कर रहे हैं आदि कैलाश की, जो उत्तराखंड में स्थित है और हिंदु धर्म के लोगों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल है।

adi kailash yatra 2022

आदि कैलाश के बारे में जानिए (adi kailash yatra)

आदि कैलाश यात्रा (adi kailash yatra) हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। आदि कैलाश का संबंध भगवान शिव से है। आदि कैलाश को शिव कैलाश, छोटा कैलाश, बाबा कैलाश और जोंगलिंगकोंग पीक के नाम से भी जाना जाता है। ये उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित हिमालाय पर्वत की एक पवित्र श्रृंखला में स्थित है। आदि कैलाश को तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत की प्रतिकृति कहा जाता है। मान्यताओं के मुताबिक आदि कैलाश पर्वत वो पहला पड़ाव था, जहां भगवान शिव तब रुके थे, जब वे देवी पार्वती से विवाह के लिए जा रहे थे। हिमालय की ये चोटी कैलाश पर्वत की ही तरह से नजर आती है। माना जाता है कि कैलाश शिव का निवास है, जबकि आदि कैलाश उनका दूसरा निवास स्थल है। आदि कैलाश में पार्वती सरोवर नाम की झील है, जिसे श्रद्धालु देवी का स्नानागार मानते हैं।

कहां से शुरू होती है आदि कैलाश की यात्रा, कैसे करें आदि कैलाश की यात्रा

आदि कैलाश की यात्रा आधार शिव (बेस कैंप) धारचूला से शुरू होते है जो पिथौरागढ़ जिले में स्थित है। धारचूला से यात्रा वाहनों से गूंजी तक जा सकते हैं। गुंजी में यात्री रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन आदि कैलाश के दर्शन करने जाते हैं। इस इसके बाद पार्वती सरोवर की परिक्रमा कराई जाती है जिसके बाद यात्री वापस गुंजी लौटते हैं। उसके अगले दिन यात्रियों को ओम पर्वत के दर्शन कराए जाते हैं। इसके बाद यात्रा गुंजी में रात्रि विश्राम करते हैं, अगले दिन यात्रा डीडीहाट होते हुए भीमताल होते हुए काठगोदाम पहुंच जाते हैं। इस तरह से देखा जाए तो आदि कैलाश की यात्रा पर अब करीब हफ्तेभर का समय लगेगा। क्योंकि अब गुंजी तक सड़क बन गई है।

आदि कैलाश की यात्रा करने में 7 से 8 दिन का समय लगता है। यात्रा की शुरुआत काठगोदाम से होती है।

आदि कैलाश यात्रा का पहला दिन

Kathgodam – Pithoragarh (196 KMs / 7-8 Hrs) 1627m

काठगोदाम से यात्रा शुरू करने के बाद यात्री करीब 196 किमी का सफर तय कर पिथौरागढ़ पहुंचते हैं। इस सफर में 7 से 8 घंटे का समय लगता है। यात्री पिथौरागढ़ में कुमाऊं मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करते हैं। यहीं पर यात्रियों को रात के रुकने और खाने पीने की व्यवस्था की जाती है कुमाऊं मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस में एक साथ दो या एक साथ तीन लोगों के रुकने की व्यवस्था होती है। आप अपनी सहूलियत के हिसाब से रूम ले सकते हैं।

आदि कैलाश यात्रा का दूसरा दिन

Pithoragarh – Dharchula (100 Kms/ 3 Hrs Approx.) 940m

आदि कैलाश यात्रा के दूसरे दिन यात्री पिथौरागढ़ से धारचूला के लिए प्रस्थान करते हैं।  दूसरे दिन यात्री धारचूला में रात्रि विश्राम करते हैं। यहां भी कुमाऊं मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस में ठहरने और खाने पीने की व्यवस्था होती है। पिथौरागढ़ से धारचूला के लिए 100 किमी की यात्रा में करीब 3 घंटे का समय लगता है।

आदि कैलाश यात्रा का तीसरा दिन

Dharchula – Gunji (71 KMs/ 2 – 3 Hrs) 3200 M

आदि कैलाश यात्रा के तीसरे दिन यात्री धारचूला से गुंजी के लिए प्रस्थान करते हैं। धारचूला से गुंजी की दूरी करीब 71 किमी है इस सफर में 2 से 3 घंटे का समय लगता है। गुंजी बहुत खूबसूरत जगह है, यहां पर आपको कुदरती खूबसूरती के अलावा बहुत कुछ देखने को मिलेगा। गुंजी में भी कुमाऊं मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस में ही ठहरने और खाने पीने की व्यवस्था होगी

आदि कैलाश यात्रा का चौथा दिन

Gunji Jyolingkong – Adi Kailash-Gunji (68 KMs/3hrs) 4497 M

आदि कैलाश यात्रा के चौथे दिन यात्री गुंजी (Gunji) से ज्योलींगकोंग (Jyolingkong) पहुंचते हैं। 68 किमी की इस दूरी में करीब 3 घंटे का समय लगता है। यहां आपको कुंती पर्वत, पांडव फोर्ट, पार्वती मुकुट ( Kunti Parvat, Pandav Fort, and Parvati Mukut) के दर्शन करने को मिलते हैं। जबकि ज्योलींगकोंग (Jyolingkong) से तीन किमी चलने के बाद श्रद्धालु पार्वती सरोवर (Parvati Sarovar and Adi Kailash Temple) पहुंच जाते हैं और यहां पर आदि कैलाश मंदिर (adi kailash temple) स्थित है। इस दिन की यात्रा पूरी करने के बाद यात्री गेस्ट हाउस में विश्राम करते हैं।

आदि कैलाश यात्रा का पांचवां दिन

Gunji – Om Parvat- Nabi/Gunji (22 Kms / 1 Hrs Approx.) 4246 M

आदि कैलाश यात्रा के पांचवें दिन यात्री गुंजी से ओम पर्वत (OM Parvat) के लिए प्रस्थान करते हैं। ओम पर्वत (OM Parvat) को नाभीढांग (Nabidang) से देखा जा सकता है, नाभीढांग से ओम पर्वत ( The viewpoint for Om Parvat remains Nabidang) साफ नजर आता है। यहां से लौटते समय यात्री शेषनाग पर्वत (Shesh Nag Parvat) और वेद व्यास गुफा (Ved Vyas Gufa opposite Kali Temple) का दीदार करते हैं। यहीं पर काली मंदिर में एक हवन करवाया जाता है। यहां पर स्थानीय लोगों द्वार ( Cultural Performance by locals) कुछ लोग लोगों पारंपरिक कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं।

आदि कैलाश यात्रा का छठा दिन

Gunji/Nabi – Dharchula – Didihat (158 KMs / 6 Hrs) 3200 M

आदि कैलाश यात्रा के छठे दिन यात्री गुंजी से डीडीहाट (Didihat via Dharchula) के लिए प्रस्थान करते हैं। धारचूला के रास्ते यात्री डीडीहाट पहुंचते हैं। ये दूरी करीब 158 किमी की है और इसमें 6 घंटे का समय लगता है। इस दिन यात्री डीडीहाट में ही रात्रि विश्राम करते हैं।

आदि कैलाश यात्रा का सातवां दिन

Didihat – Bhimtal/Kathgodam (Didihat To Bhimtal 189 KMs/6.30) Hrs

यात्रा से लौटते हुए सातवें दिन तीर्थ यात्री डीडीहाट से भीमताल के लिए प्रस्थान करते हैं। इस दौरान यात्री पाताल भुवनेश्वर (departure for Patal Bhuvaneshwar Darshan) के दर्शन करते हैं। इस दिन भीमताल में यात्रियों का रात्रि विश्राम होता है।

आदि कैलाश यात्रा का 8वां दिन

Bhimtal – Kathgodam Drop

आदि कैलाश यात्रा के आंठवें दिन यात्री भीमताल से काठगोदाम लौट आते हैं। यहां पर यात्री विश्राम करते हैं और फिर आदि कैलाश की यात्रा पूरी होने के बाद अपने-अपने गंतव्य की तरफ रवाना हो जाते हैं।

आदि कैलाश यात्रा 2022 की तारीख (adi kailsh yatra 2022 date)

आदि कैलाश की यात्रा 2022 की शुरुआत 31 मई से शुरू हो चुकी है। अगर आप भी आदि कैलाश 2022 की यात्रा करना चाहते हैं तो कुमाऊं मंडल विकास निगम की वेबसाइट https://kmvn.in/tour-packages/religious पर जाकर बुकिंग करा सकते हैं। आदि कैलाश यात्रा के लिए दो तरह से बुकिंग (adi kailsh tour package) उपलब्ध है।

आदि कैलाश की यात्रा के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम यानी (Kumaon Mandal Vikas Nigam, KMVN) की वेबसाइट (https://kmvn.in/tour-packages/religious) पर जाकर बुकिंग करवाई जा सकती है। यहीं पर आदि कैलाश की यात्रा के लिए दो तरह से बुकिंग उपलब्ध है।

धारचूला से आदि कैलाश की यात्रा

आप धारचूला से भी आदि कैलाश की यात्रा कर सकते हैं। (Adi Kailash & Om Parvat Yatra (Dharchula to Adi Kailash Yatra 4N/5D)। इसमें 4 नाइट और 5 दिन का पैकेज शामिल है जिसके लिए प्रति व्यक्ति 31000 रुपये बुकिंग फीस रखी गई है। यात्रा के दौरान वाहन से ले जाने, रहने और खाने पीने की तमाम जिम्मेदारी कुमाऊं मंडल विकास निगम की रहती है।

(Adi Kailash & Om Parvat Yatra (Dharchula to Dharchula 4N/5D)

काठगोदाम से आदि कैलाश की यात्रा

आप काठगोदाम से भी आदि कैलाश की यात्रा कर सकते हैं। (Adi Kailash & Om Parvat Yatra (Kathgodam to Adi Kailash Yatra 7N/8D)। इसमें 7 नाइट और 8 दिन का पैकेज (adi kailash yatra cost) शामिल है जिसके लिए प्रति व्यक्ति 45000 रुपये बुकिंग फीस (adi kailash yatra cost) रखी गई है। यात्रा के दौरान वाहन से ले जाने, रहने और खाने पीने की तमाम जिम्मेदारी कुमाऊं मंडल विकास निगम की रहती है।

आदि कैलाश यात्रा पर कार से (adi kailash by car)

आदि कैलाश की यात्रा (adi kailash by road) के लिए आप काठगोदाम से होते हुए कार या किसी और वाहन से पिथौरागढ़ पहुंचते हैं फिर पिथौरागढ़ से धारचूला होते हुई गुंजी तक कार ((adi kailash by car) से पहुंचा जा सकता है। गुंजी से ही आदि कैलाश की यात्रा शुरू होती है।

आदि कैलाश में तापमान (adi kailash temperature)

आदि कैलाश में तापमान (WEATHER OF ADI KAILASH, UTTARAKHAND) फिलहाल काफी ठंडा है। इसलिए आपको अपने साथ गर्म कपड़े लेकर चलना होगा। आदि कैलाश में अधिकतम तापमान (adi kailash temperature) 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री तक जा सकता है। इसलिए आपको अपने साथ गर्म कपड़े लेकर चलना चाहिए।

पहली बार सड़क मार्ग से हो रही है आदि कैलाश यात्रा

आदि कैलाश यात्रा पहली बार सड़क मार्ग से हो रही है। दो साल पहले तक यात्रियों को गाला से गुंजी के लिए पैदल यात्रा करनी पड़ती थी। आदि कैलाश और ओम पर्वत तक भी यात्री पैदल ही जाते थे। मगर भारत ने चीन सीमा तक सड़क तैयार कर ली है। सड़क तैयार हो जाने के बाद अब यात्रियों को पैदल नहीं चलना पड़ेगा और यात्रा कम समय में पूरी हो सकेगी।

@neeraj_raathi) / Twitter

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