- गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद
- अब 6 महीने तक मुखबा में होगी मां गंगा की पूजा
- भैयादूज पर अपने मायके मुखबा पहुंचेगी मां गंगा
उत्तरकाशी न्यूज: गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर अभिजीत मुहूर्त में 12.14 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। अब शीतकाल में 6 महीने के लिए मां गंगा के दर्शन शीतकालीन पड़ाव मुखबा स्थित गंगा मंदिर में होंगे। इस मौके पर गंगोत्री धाम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
दीवाली के मौक पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। शनिवार सुबह से ही मंत्रोच्चारण के साथ कपाट बंद किये जाने के लिए पूजन किया गया। इस दौरान धाम परिसर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां गंगा के जयकारे लगाते रहे। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मां गंगा को उनके शीतकालीन प्रवास के लिए विदाई देने पहुंचे और भावुक होकर मां गंगा को मुखबा के लिए रवाना किया।
गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित राजेश सेमवाल ने बताया कि कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव मूर्ति को डोली यात्रा के साथ उनके शीतकालीन पड़ाव मुखबा के लिए विदा किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां गंगा की डोली के साथ-साथ रवाना हुए। राजेश सेमवाल ने कहा कि इस बार यात्रा पर शुरुआत में ही काफी भीड़ रही थी, जिस वजह से जाम के हालात बन गए थे। इसलिए सरकार को अगली बार यात्रा शुरू होने से पहले ही बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए जिससे यात्रा सुचारू रूप से चले और तीर्थ यात्रियो को कोई परेशानी ना हो।
इस यात्रा सीजन में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में 15,21,752 तीर्थयात्री दर्शन करने के लिए पहुंचे। यमुनोत्री धाम में 7.10 लाख और गंगोत्री धाम में 8.11 लाख तीर्थयात्रियों ने दर्शन का सौभाग्य मिला है।