Uttarakhand Teacher Strike: उत्तराखंड में एक सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे शिक्षकों ने आमरण अनशन का रास्ता अपना लिया है। राजकीय शिक्षक संघ के बैनर तले हजारों शिक्षक देहरादून में धरने पर बैठे हुए हैं। शिक्षकों की एक सूत्रीय मांग प्रधानाचार्य पद को शत-प्रतिशत प्रमोशन से भरने की है, जबकि सरकार ने नियमावली में संशोधन करते हुए 50% पद सीधी विभागीय भर्ती से भरने का निर्णय लिया है। मगर इसके बावजूद भी शिक्षकों और सरकार के बीच सहमति नहीं बन पाई है।
उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत शिक्षकों से मिलने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे। हरीश रावत ने शिक्षकों से मुलाकात के बाद उन्हें अपना समर्थन दिया है। इसके लिए हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर पोस्ट कर जानकारी दी है।
शिक्षकों का कहना है कि आमरण अनशन के बाद शिक्षकों का अगला काम कार्य बहिष्कार का है, जिससे पूरे प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा ठप हो जाएगी। शिक्षकों का कहना है कि वो अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए शिक्षक मजबूर हैं और वह नहीं चाहता कि छात्रों की पढ़ाई का नुकसान हो, लेकिन शिक्षकों की मजबूरी है कि वह अपने भविष्य के लिए इस तरह का कदम उठा रहा है।