Dehradun News: उत्तराखंड राजभवन परिसर में Aromatic Garden की शुरुआत हो गई है। राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह (रि) ने इसका उद्घाटन किया। इस वाटिका में विभिन्न प्रकार के 51 औषधीय एवं सुगंधित पौधे लगाए गए हैं, जिनमें तुलसी, तीमुर, लेमनग्रास, जेरेरियम पुदीना और थूजा जैसे पौधे प्रमुख हैं।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि यह वाटिका न केवल पर्यावरणीय दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि सगंध और औषधीय गुणों से परिपूर्ण पौधों के महत्व को भी दर्शाती है। उत्तराखंड के पौधों और जड़ी बूटियों से बनने वाले इत्र और परफ्यूम विशेष हैं, इस प्रकार के प्रयास हमें ऐरोमिक हब बनाने में सहायक होंगे। इस वाटिका को तैयार करने वाले उद्यान विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को बहुत बहुत–बधाई।
उत्तराखंड, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है, न केवल पर्यटकों का मन मोह लेता है बल्कि सुगंधित पौधों की कई दुर्लभ और अनमोल प्रजातियों का घर भी है। ये पौधे राज्य की पारंपरिक हर्बल चिकित्सा और सुगंधित उद्योग का अहम हिस्सा बनते जा रहे हैं।
यहाँ की जलवायु और मिट्टी इन पौधों के विकास के लिए आदर्श मानी जाती है। सरकार भी इस दिशा में किसानों को प्रोत्साहित कर रही है, ताकि वे इन सुगंधित पौधों की खेती से अपनी आय में वृद्धि कर सकें। कई किसान अब पारंपरिक फसलों की जगह सुगंधित पौधों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा मिल रही है।
उत्तराखंड में सुगंधित पौधों की खेती को बढ़ावा देने के लिए कई सरकारी योजनाएं भी लागू की गई हैं। इससे न केवल पर्यावरण को लाभ मिल रहा है, बल्कि किसानों की आय में भी इज़ाफा हो रहा है।