Earthquake in Delhi: दिल्ली एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस हैं। भूकंप की तीव्रता 5.5 बताई जा रही है। लोगों ने अपने घरों के अंदर पंखें, दरवाजों और चेयर को हिलते देखा तो भूकंप का एहसास हुआ है। करीब 5 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस होते रहे। भूकंप का केंद्र नेपाल में बताया जा रहा है। नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर के मुताबिक वहां दोपहर के 2.25 बजे 4.6 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया।
आखिर क्यों आता है भूकंप, रिक्टर स्केल पर किस तीव्रता पर होती है कितनी तबाही?
धरती के अंदर कुल सात प्लेट्स हैं और ये प्लेट्स चलायमान रहती हैं। जहां प्लेट आपस में टकराती हैं उन्हें फाल्ट जोन कहते हैं।जब प्लेट टकराती हैं तो ऊर्जा बाहर निकलने की कोशिश करती है। इससे जो हलचल होती है वही भूकंप बन जाता है। भूकंप का केंद्र सतह से जितना नजदीक होता हैत बाही उतनी ज्यादा होती है। हालांकि इसका क्षेत्रफल कम हो जाता है।
कितनी तीव्रता पर क्या होता है?
अगर भूकंप की तीव्रता 0 से 1.9 रिक्टर होती है तो यह महसूस नहीं होता। केवल सीज्मोग्राफ से इसका पता लगाया जा सकता है। वहीं 2 से 2.9 होने पर हल्का कंपन होता है। 3 से 3.9 होने पर एक थोड़ा जोर का झटका लगता है। 4 से 4.9 की तीव्रता पर खिड़कियां टूट सकती हैं। 5 से 5.9 की तीव्रता पर सामान और पंखा हिलने लगता है। 6 से 6.9 की तीव्रता पर ऊपरी मंजिल को नुकसान हो सकता है और नींव दरक सकती है। 7 से 7.9 की तीव्रता पर इमारतें गिर जाती हैं। 8 से 8.9 की तीव्रता पर सुनामी का भी खतरा होता है इसके अलावा पुल आदि धराशायी हो सकते हैं। अगर भूकंप की तीव्रता 9 से ऊपर पहुंच जाए तो खड़े होने पर भी पृथ्वी हिलती हुई नजर आ जाए