Chandrayaan 3 successful Landing: हिंदुस्तान से इतिहास रच दिया है। चांद पर हिंदुस्तान के चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग करा दी गई। तय समय के मुताबिक हिंदुस्तान का चंद्रयान 3 चांद पर सफलतापूर्वक लैंड कर गया है। चंद्रयान 3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग से इसरो के ऑफिस मे खुशी का माहौल है।
भारत चांद की साउथ पोल पर स्पेसक्राफ्ट को उतारने वाला पहला देश बन गया है। इससे पहले किसी भी देश ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग नहीं कराई है। मगर हिंदुस्तान ने स्पेस में इतिहास रच दिया है।
साउथ पोल पर उतरा चंद्रयान
चंद्रमा का साउथ पोल का कुछ एरिया लगातार अंधेरे की आगोश में रहता है, क्योंकि वहां सूरज की रोशनी बिल्कुल ही नहीं पहुंचती। इसलिए वहां पर तापमान शून्य से 235 डिग्री तक नीचे रहता है। इतने कम तापमान में न सिर्फ किसी मशीन का काम करना भी काफी मुश्किल होता है बल्कि चंद्रमा के साउथ पोल पर तमाम क्रेटर्स के होने की वजह से भी लैंडिंग करना काफी मुश्किल है।
अब तक जो भी मिशन चांद पर गए हैं वे खासतौर पर इक्वेटर या विषुवत रेखा (चंद्रमा के बीचों-बीच से गुज़रने वाली और उसे उत्तरी व दक्षिणी ध्रुव में बांटने वाली आभासी रेखा) पर या उसके आस-पास के एरिया में पहुंचे हैं। अब तक इक्वेटर से सर्वाधिक दक्षिण में 40 डिग्री अक्षांश तक नासा द्वारा सर्वेयर-7 को भेजा गया है।
चीन का चांग-4 भी 45 डिग्री अक्षांश पर चंद्रमा के फार रीजन (जो पृथ्वी से कभी नहीं दिखता) में उतरा था. नासा सहित तमाम स्पेस एजेंसीज़ चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंड करना चाह रही हैं फिर भी वे अभी तक वहां लैंड नहीं कर पाई हैं. इन सब कठिनाइयों के बावजूद भारत ने साउथ पोल पर सफल लैंडिंग करा दी है।
लैंडिंग के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी साउथ अफ्रीका से वर्चुअली माध्यम से जुड़े