GV Football Big Scam: खुद को अमेरिकन कंपनी बताने वाली GV Football नाम की कंपनी हिंदुस्तान के लोगों का एक बार फिर से बेवकूफ बनाकर करोड़ों रुपये ऐंठ चुकी है। मगर लोग बेबस हैं और कुछ नहीं कर पा रहे हैं। लखपति बनने की लोगों की चाह ने उल्टा उन्हें कंगाल बना दिया है। जिस GV Football कंपनी के नाम से उन्होंने मालमाल बनने के सपने देखे थे, अब वही कंपनी उनको चूना लगाकर रफूचक्कर होने की फिराक में है। मगर जाते जाते भी ये कंपनी लोगों से टैक्स के नाम पर 500-500 रुपये की डिमांड कर रही है। इस नीचे दिए गए मैसेज को गौर से देखिए:
ये मैसेज उस ऐप पर शो हो रहा है जिसके जरिए GV Football कंपनी लोगों से फुटबॉल मैच पर पैसे लगवाती थी। ऐप में लिखा आ रहा है कि कंपनी को भारत में अपना ऑफिस खोलना है, मगर उसके लिए भारत की सरकार को टैक्स देना होगा। इसलिए कंपनी हर मेंबर से 500 रुपये या उससे कहीं ज्यादा टैक्स के रुप में मांग कर रही है। गौर करने वाली बात ये है कि अगर किसी के ऐप के वॉलेट में 500 से ज्यादा रुपये हैं तो कंपनी वॉलेट से 500 रुपये टैक्स के रूप में ना काटकर लोगों से अलग से 500 रुपये की डिमांड कर रही है। इससे साफ प्रतीत होता है कि GV Football नाम की इस फर्जी कंपनी की मंशा ठीक नहीं है। लोगों के सामने परेशानी इस बात को लेकर भी है कि अब वो इस कंपनी की ऐप में पड़े अपने पैसे भी नहीं निकाल सकते हैं। क्योंकि GV Football कह रही है कि उसने लोगों से टैक्स लेने के लिए 72 घंटे का समय दिया है, उस अवधि के पूरा हो जाने के बाद लोग अपने पैसे निकाल सकते हैं। 72 घंटे भी पूरे हो गए, मगर देखिए कंपनी ने क्या खेल किया नीचे देखिए और ये मैसेज पढिए।
GV Football नाम की इस कंपनी ने टैक्स लेने के लिए 24 घंटे का समय और बढ़ा दिया। टेलीग्राम पर भेजे गए इस मैसेज में कंपनी के लोग लिखते हैं कि काफी लोग टैक्स नहीं दे पाए इसलिए टैक्स के लिए 24 घंटे का अतिरिक्त समय बढ़ा दिया गया है। मसलन साफ है कि ये कंपनी अब चाह रही है कि लोग अपनी रकम निकालने के लिए टैक्स के रूप में भी कुछ रकम इनको दे ताकी ये लोगों से और ज्यादा पैसे ऐंठ सके और फिर मजे से रफूचक्कर हो जाए। गौर करने वाली बात ये है कि GV Football नाम की किसी कंपनी को भारत सरकार ने किसी प्रकार से फुटबॉल पर सट्टा लगाने की अनुमति दी ही नहीं है। हिंदुस्तान में भी वैसे भी सट्टा गैर कानूनी है, फिर ये कंपनी गैर कानून तरीके से वैसे ही काम कर रही है, अगर काम गैर कानूनी है तो फिर उस पर सरकार टैक्स क्यों लेगी। इन सब बातों से साफ पता चलता है कि GV Football नाम की इस कंपनी के लोग भोले भाले लोगों की गाढ़ी कमाई लेकर रफूचक्कर होने की तैयारी कर चुके हैं।
GV Football ने कैसे लगाया लोगों को चूना
GV Football कंपनी दरअसल एक ऐप लॉन्च किया है, जिसके जरिए वो फुटबॉल मैच पर गेम प्लान लगाकर लोगों की रकम में मुनाफा जोड़कर वापस करती है। जैसे की ऊपर दी गई इमेज से समझिए। GV Football के द्वारा एक दिन गेम प्लान दिया गया है कि आज ग्राहक को इन दो टीम पर बाजी लगानी है और गोल प्लान 2-3 रखना है। मान लीजिए किसी ने 500 रुपये गेम प्लान पर लगाए हैं। तो कंपनी उस दिन 500 रुपये पर 1.03 फीसदी प्रोफिट देकर ग्राहक की रकम उसके GV Football वॉलेट में एड कर देती है। जिस किसी व्यक्ति ने जितनी ज्यादा रकम लगाई उसका प्रोफिट भी उतना ही ज्यादा होता है। लोग इसी लालच में ज्यादा रकम लगा बैठे और इन फर्जी लोगों को जैसे ही मौका मिला इन्होंने अपना प्लान शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि हिंदुस्तान के लोगों को करोड़ों रुपये की रकम इस स्कैम में फंसी हुई है।
लोगों को भरोसे में लेने के लिए करवाई चैरिटी
GV Football के लोगों ने ग्राहकों को भरोसे में लेने के लिए कई जगह चैरिटी भी करवाई। गरीब और भोले भाले लोगों को उनकी जरुरत का सामान बांटा गया। जिससे की लोगों को भरोसा हो जाए कि ये बहुत बड़ी कंपनी है और उसकी मंशा समाज सेवा करने की है। हुआ भी यही इनके बहकावे में आकर लोगों ने काफी पैसे लगा दिये, कुछ लोगों ने तो अपने रिश्तेदार, भाई-बंधू तक के एकाउंट खुलवाकर पैसे झोंक दिए। मगर क्या पता था कि GV Football इतना बड़ा गेम प्लाम कर चुकी है।
GV Football कंपनी के कई सूत्र धार बतााए जा रहे हैं। GV Football के ऐप के जरिए जो भी रकम ट्रांसफर होती है। वो पहले इंडियन एकाउंट में जाती है…जैसे की नीचे दिए गए इस स्नैप शॉट से समझिए
जैसे की इस स्नैप शॉट के देखिए, ये 3 हजार रुपये की रकम एक शख्स के द्वारा GV Football कंपनी के बताए गए एकाउंट में ट्रांसफर कई गई थी। इसमें एक भारतीय बैंक के ग्राहक की UPI आईडी साफ लिखी हुई है। जिससे साफ होता है कि इन लोगों के साथ हिंदुस्तान के साइबर क्राइम में शामिल रहने वाले लोग भी जुड़े हुए हैं। GV Football इसी तरह से अलग-अलग एकाउंट में पैसे मंगवाती है। जब कोई अपना पैसे निकालना चाहता है कि इन्हीं में से किसी एकाउंट से उसे पैसे वापस भी मिलता है। अब सवाल ये है कि क्या पुलिस इन तक पहुंच पाएगी।
GV Football लोगों को अब भी लगा रही चूना, कंपनी कह रही है कि टैक्स की मांग करने के बाद भी काफी लोगों को पैसे वापस किए गए हैं, जिसके लिए बकायदा ट्रांजैक्शन आईडी के स्नैप शॉट्स जारी किए गए हैं।
गौर करने वाली बात है कि GV Football ने एक लाख रुपये ट्रांसफर करने का स्नैप शॉट्स साझा किया है। एक लाख रुपये बहुत बड़ा एमाउंट है। मसलन की फर्जी कंपनी ये दिखाना चाहती है कि देखिए उसी कोई लालच नहीं है, उसने इनता बड़ा एमाउंट रिफंड कर दिया है। मगर आपको सोचना चाहिए कि अगर इनकी मंशा ठीक होती तो ये ग्राहकों के पैसों से ही टैक्स काट लेते। फिर अलग से पैसे मांगने की क्या जरुरत थी।
GV Football के पीछे कई शातिर लोगों का दिमाग
GV Football का शातिर खिलाड़ी नंबर -1 Chris Williams
GV Football के पीछे कई शातिर क्रिमिनल का दिमाग है। इसमें एक नाम आता है Chris Williams नाम, जो की Telegram पर शो होता है। इस व्यक्ति का असली नाम क्या है कोई नहीं जानता, ये फोटो भी असली है या नहीं ये भी नहीं पता। मगर ये खुद को GV Football टीम का सदस्य बताता है।
GV Football का शातिर खिलाड़ी नंबर -2 Billy Brown
GV Football का शातिर खिलाड़ी नंबर -3 Davis Singh
GV Football का शातिर खिलाड़ी नंबर -4 James Carson
GV Football का शातिर खिलाड़ी नंबर -5 Thompson Aaron