Pushkar Singh Dhami One Year: आज धामी सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। सियासी गलियारों में चर्चा इस बात की है कि धामी सरकार का ये कार्यकाल आखिरकार कैसा रहा है।
सरकार की एक साल की उपलब्धि
धामी सरकार ने महिलाओं को 30 फीसदी क्षैतिज आरक्षण का रास्ता साफ करवा दिया। राज्य आंदोलनकारियों को 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण भी धामी सरकार में ही मिला है। जबरन धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बना। प्रतियोगी परीक्षाएं में नकल करने के खिलाफ सरकार कानून लेकर आई। विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में सख्त एक्शन हुआ और 228 कर्मचारी बर्खास्त किए गए। उत्तराखंड तो साल 2025 तक ड्रग्स फ्री करने के लिए सरकार मुहिम चला रही है।
धामी सरकार के सामने आईं चुनौतियां
अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद प्रदेश में महिला सुरक्षा का मुद्दा उठा। UKSSSC और UKPSC पेपर लीक मामले ने विपक्ष को बोलने का मौका दे दिया। देहरादून में बेरोजगारों पर हुआ लाठीचार्ज और हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अतिक्रमण मामले ने भी सरकार की मुश्किल बढ़ाई। जोशीमठ में जमीन धंसने के मामले में भी देरी को लेकर सरकार पर सवाल उठे। 2022 में चारधाम यात्रा के सफल संचालन को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर रही।
एक साल के कार्यकाल पर विपक्ष के अपने सवाल है, मगर जानकार मानते हैं कि किसी भी सरकार के आकलन के लिए एक साल का कार्यकाल काफी नहीं है। मगर ये जरूर है कि इससे सरकार के रोड मैप के बारे में पता जरूर चलता है।