
भराड़ीसैंण: उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह योग करते नजर आए। भराड़ीसैण में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने योग दिवस पर 800 से अधिक लोगों के साथ योग किया।
पारंपरिक स्वागत के बीच मंच पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की अपनी योग नीति का अनावरण भी किया। राज्य की पहली योग नीति का औपचारिक शुभारंभ करते हुए घोषणा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा।
सीएम धामी ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देवभूमि उत्तराखंड से निकला योग आज संपूर्ण विश्व में अपनाया जा रहा है। आइए, हम सभी योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ व संतुलित समाज के निर्माण में सहभागी बनें।’
इस दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार शीघ्र ही प्रदेश में आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की स्थापना करेगी।
उन्होंने कहा हम राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में दो नए नगर बसाने जा रहे हैं, जो योग, आयुर्वेद और अध्यात्म के केंद्र बनकर वैश्विक मानचित्र पर राज्य की विशेष पहचान स्थापित करेंगे। जिसमें संपूर्ण विश्व से वेलनेस के क्षेत्र में काम करने वाले बड़े ग्रुप्स, आध्यात्मिक गुरुओं, संस्थानों को यहाँ आमंत्रित किया जायेगा।
सीएम धामी ने कहा 8 मित्र राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के साथ किया गया सामूहिक योगा- अभ्यास, देवभूमि उत्तराखण्ड को योग और अध्यात्म की वैश्विक राजधानी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा योग नीति के तहत प्रदेश में योग एवं ध्यान केंद्र विकसित करने पर अधिकतम 20 लाख रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। प्रदेश में योग, ध्यान और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने हेतु 10 लाख रुपए तक के अनुदान का प्रावधान भी किया गया है।