Badrinath Temple: बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 19 नवंबर को दोपहर 3:35 पर बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
बदरीनाथ धाम में इस समय पर बर्फबारी हो रही है। जिस वजह से बद्रीनाथ धाम में काफी ठंड भी बढ़ गई है।
जोशीमठ : श्री बदरीनाथ धाम कपाट बंद होने की प्रक्रिया – पंच पूजाओं का कार्यक्रम शुरू हुआ
• पहले दिन श्री गणेश जी के कपाट बंद हुए
• अभी तक सत्रह लाख अड़तीस हजार से अधिक तीर्थयात्री बदरीनाथ पहुंचे।
• पंचपूजाओं के तहत धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने श्री गणेश जी को मंदिर परिसर से श्री बदरीनाथ मंदिर गर्भगृह में दर्शन हेतु विराजमान किया गया। इस अवसर पर रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल और वेद पाठी रवीन्द्र भट्ट ने गणेश जी की विशेष पूजा- अर्चना की।
मंगलवार देर शाम को श्री गणेश जी के कपाट बंद कर दिए गए।
आज यानी 16 नवंबर को श्री आदिकेदारेश्वर जी को समाधि रूप देकर कपाट बंद किये जायेंगे। 17 नवंबर बृहस्पतिवार को खडग पुस्तक पूजन के बाद वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो जायेगा।18 नवंबर को माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना 19 नवंबर को रावल जी स्त्री भेष धारण कर माता लक्ष्मी को श्री बदरीनाथ जी के समीप। प्रतिष्ठित करेंगे। इससे पहले श्री उद्धव जी श्री कुबेर जी मंदिर परिसर में आ जायेंगे। इसी दिन शाम 3 बजकर 35 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे।