Egas CM Pushkar Dhami: Uttarakhand उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐलान किया है कि इस बार ईगास की छुट्टी रहेगी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा का यह दूसरा मौका है जब उत्तराखंड के त्यौहार ईगास का अवकाश घोषित किया गया है बता दें कि उत्तराखंड में ईगास बग्वाल का विशेष महत्व है और इन परंपराओं को सांस्कृतिक विरासत के रूप में पिरोए रखने के लिए यह प्रयास बेहद जरूरी है।
गढ़वाल में दीपावली के 11 दिन बाद एक विशेष दीपावली मनाई जाती है जिसको ईगास के नाम से जाना जाता है। वही कुमाऊं में इस दिवाली को बूढ़ी दीपावली के नाम से जाना जाता है उत्तराखंड के इस पर्व में विशेष तरह के मीठे पकवान बनाए जाते हैं और देवी देवताओं की पूजा अर्चना करने के साथ ही भैला जलाकर उसे घुमाया जाता है और मान्यता के अनुसार ढोल नगाड़ों के साथ आग के चारों ओर लोक नृत्य किया जाता है पौराणिक मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि भगवान श्री राम जब अयोध्या पहुंचे थे तो उसकी सूचना पहाड़ के लोगों तक 11 दिन बाद पहुंच पाई थी इसके बाद से ही उत्तराखंड में ई गास मनाई जाती है।