दिल्ली और देहरादून के बीच बनने जा रहे नए एक्सप्रेसवे (Delhi Doon expressway) निर्माण की रफ्तार तेज हो गई है। हालाहि में इसे लेकर नितिन गडकरी (Nitin Gadkari Tweet on expressway) ने ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने दिल्ली दून पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे (peripheral expressway के निर्माण की गति की जानकारी देकर शुभकामनाएं भी दी है। नितिन गडकरी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि एक्सप्रेसव के लिए बनने जा रहे टनल से वाइल्ड लाइफ को सुरक्षा मिलेगी। गडकरी ने अपने ट्वीट में लिखा कि एक बार जबकि एक्सप्रेसवे का काम पूरा हो जाएगा तो दिल्ली से देहरादून के बीच की बीच सफर के दौरान लगने वाला समय 6 घंटे से घटकर ढाई घंटे रह जाएगा। तो वहीं दिल्ली से हरिद्वार के बीच सफर का समय 5 घंटे से घटकर महज 2 घंटे रह जाएगा।
फिलहाल दिल्ली देहरादून मार्ग पर डाट काली मंदिर के पास सुरंग का काम तेजी से चल रहा है। इस रोड को इस तरह से बनाया जा रहा है कि जिससे वाइल्डलाइफ को कोई नुकसान ना पहुंचे। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे के महत्वपूर्ण पड़ाव यूपी और उत्तराखंड की सीमा को जोड़ने वाली 340 मीटर लंबी सुरंग की खुदाई का कार्य पूरा कर लिया गया है। परियोजना से जुड़े अधिकारियों की मौजूदगी में पूजा-अर्चना के साथ टनल के दोनों सिरों को मिला दिया गया है। इसके साथ ही टनल निर्माण को अंतिम रूप देने की कवायद तेज कर दी गई है। दिसंबर से इसमें वाहन दौड़ने शुरू हो जाएंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी सीके सिन्हा ने बताया कि सुरंग की खुदाई का कार्य इसी साल 10 फरवरी को शुरू किया गया था। इसे 16 अगस्त को रिकॉर्ड समय में पूरा कर लिया गया। उन्होंने बताया कि डाटकाली मंदिर के पास बनाई जा रही इस सुरंग की लंबाई 340 मीटर है। इसका आधा हिस्सा उत्तर प्रदेश और आधा उत्तराखंड में आता है। सुरंग की चौड़ाई 14.20 मीटर है। परियोजना निदेशक पंकज मौर्य ने बताया कि सुरंग में गाड़ियों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए इसे तीन लेन का बनाया जा रहा है।
12 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड भी बन रही
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे परियोजना के तहत प्राधिकरण की देहरादून इकाई के पास गणेशपुर से डाटकाली अशारोड़ी तक करीब 20 किलोमीटर सड़क पर चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। इसमें सबसे अहम करीब 12 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड भी है। एलिवेटेड रोड के लिए कुल 571 पिलर बनाए जाने हैं। वर्तमान तक 240 पिलर पर काम पूरा हो चुका है। रो नदी में बनाई जा रही एलिवेटेड रोड विकास और वन्य जीव संरक्षण का एक नमूना भी होगा। गणेशपुर से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे चलकर ये हाईवे वर्तमान हाईवे से अलग हो जाएगा और एलिवेटेड रोड में बदल जाएगा। परियोजना को अक्तूबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे दिल्ली से दून तक का सफर ढाई से तीन घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
सुरंग बनने से मिलेगी जाम से निजात
इस एलिवेटेड रोड के पूरा होने के बाद गणेशपुर से डाटकाली मंदिर के बीच एक घंटे का जाम भरा सफर भी महज 15 मिनट में पूरा होगा। यहां पर करीब 16 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी और इससे मोहंड के मोड़ समाप्त हो जाएंगे। लाल पुल पर आए दिन जाम लगने से यात्रियों को काफी परेशानी होती है। इस क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क भी काम नहीं करते हैं। परियोजना पूरी होने के बाद लोग निकट भविष्य में एलिवेटेड रोड के माध्यम से मोबाइल नेटवर्क के डार्क एरिया से सरपट निकल सकेंगे।
आपको बता दें विधानसभा चुनाव 2022 से पहले पीएम मोदी ने इस नए हाइवे का शिलान्यास किया था। पीएम मोदी तब देहरादून पहुंचे थे और उत्तराखंड को एक साथ 18 हजार करोड़ रुपये की घोषणाओं की सौगात दी थी।
कैसे होगा दिल्ली से दून एक्सप्रेस-वे
ये हाइवे ना सिर्फ एक आम सड़क की तरह से होगा बल्कि इस पर सफर करना रोमांचकारी होगा। इस पर कई जगह एलिवेटेड ब्रिज बनेंगे। जिससे कहां भी वाहनों को रुकना नहीं पड़ेगा। साथ ही इस पर कहीं पर भी कोई रेड लाइट नहीं होगा। इस पर एंट्री लेने के लिए भी चुनिंदा जगह पर इंटरचेंज बनाए जाएंगे, जिससे रोड पर आम ट्रैफिक की भीड़ नहीं होगी।
कहां से शुरू होगा दिल्ली से दून एक्सप्रेस-वे
ये नया हाइवे दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से शुरू होगा। जिसके बाद ये पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे जंक्शन के पास से होते हुए सहारनपुर बाइपास पहुंचेगा। वहां से हाइवे उत्तराखंड की सीमा से होते हुए देहरादून तक पहुंचेगा।
उत्तराखंड की सीमा में जंगल से होकर गुजरेगा हाइवे
सहारनपुर से होते हुए देहरादून के लिए जो सड़क है, ये हाइवे भी उसी के बगल से होकर गुजरेगा मगर इसे एलिवेटेड रूप में बनाया जाएगा। कई किमी लंबा एलिवेटेड ब्रिज बनेगा,जो जंगल के बीच से होकर गुजरेगा। इस रोड की चौड़ाई काफी ज्यादा होगी, जिससे वाहन तेज रफ्तार और बगैर किसी डर के रोड पर दौड़ सकेंगे। इस पर कई जगह एनिमल पास बनेंगे जिससे कोई जानवर आसानी से जंगल के एक कोने से दूसरे कोने पर जा सकेंगे। इसके साथ ही जानवरों के साथ वाहन दुर्घटनाएं भी नहीं होंगी।
एक्सप्रेस-वे के बनने से बढ़ेगा उत्तराखंड का टूरिज्म
निश्चित रूप से दिल्ली दून इकोनॉमिक कॉरिडोर जब बनकर तैयार होगा तो इससे दिल्ली से देहरादून पहुंचना बेहद ही आसान होगा। अभी जहां दिल्ली से दून की दूरी करीब 250 किमी है, बाद में इस रोड के बन जाने से वो दूरी करीब 180 किमी रह जाएगी। इससे यात्रियों का समय बचेगा और सफर में सहूलियत होगी। जिससे ज्यादा से ज्यादा संख्या में सैलानी उत्तराखंड का रूख करेंगे जिससे यहां के पर्यटन व्यवसाये भी बढ़ेगा।