यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ 5 साल बाद अपने पैतृक गांव पंचूर पहुंचे तो अपनी मां का आशीर्वाद लिया। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने अपनी मां सावित्री के पैर छुए। इससे ये साफ हो गया है कि पद भले ही कितना भी बड़ा क्यों ना हो मगर मां के लिए उसके बेटे के प्रति स्नेह अलग ही होता है। वहां पर कोई पद मायने नहीं रखता है। उधर योगी आदित्यनाथ भी एक पल के लिए ये भूल गए कि वो देश के सबसे बड़े राज्य के मुखिया हैं।
दो साल पहले पिता के निधन के चलते शोक में डूबे सीएम योगी आदित्यनाथ के परिवार के लिए मंगलवार और बुधवार का दिन दोहरी खुशी का साबित हुआ। योगी ने घर पहुंचकर मां के पैर छुए। इस दौरान पूरा परिवार भावुक हो गया। एक तरफ योगी के सबसे छोटे भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे का मुंडन संस्कार हो रहा है, वहीं देश के सबसे बड़े सूबे का सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने पहली रात घर में बिताई है।
बिथ्याणी से गांव जाते समय योगी कुछ देर ठांगर प्राइमरी स्कूल में भी रुके। यहां से योगी कच्ची सड़क से ही अपने घर तक पहुंचे। योगी शाम को न्यूतेर समारोह में शामिल हुए, इस दौरान उन्होंने सभी रिश्तेदारों और परिचितों से बात की। रात को बिष्ट परिवार के आंगन में ढोल दमौ की गूंज रही। आज बुधवार को बच्चे के बाल लिए जाने के बाद गांव वालों के लिए भोज का आयोजन किया गया है। जिसमें योगी भी शामिल होंगे।