सर्दी के मौसम या शीतकाल में 6 महीने के लिए केदारनाथ धाम के कपाट भी बंद हो जाते हैं। केदारनाथ धाम (Kedarnath) रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। ये भगवान शंकर का बेहद ही प्राचीन मंदिर है, ये 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण आदि गुरु शंकराचार्य ने करवाया था। चारधाम यात्रा संपन्न होने के बाद केदार नाथ (Kedarnath) की भोग मूर्ति या उत्सव डोली को ऊखीमठ लाया जाता है। जहां पर केदारनाथ (Kedarnath) के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान शंकर की पूजा होती है। अगर आप सर्दी के मौसम में भी चारधाम यात्रा कर रहे हैं तो आप ऊखीमठ आकर भगवान शंकर की आराधना कर सकते हैं। ऊखीमठ (Ukhimath) रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है और यहां सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है।
ऊखीमठ में देखने लायक जगह कौन कौन से हैं
ऊखीमठ (Ukhimath) बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहां से हिमालय के सुंदर पहाड़ियां नजर आती हैं।
ऊखीमठ की धार्मिक मान्यता क्या है
कहा जाता है कि वनसुर की बेटी ऊषा और भगवान कृष्ण के पोते अनिरुद्ध का विवाह इसी स्थान पर हुआ था। ऊषा के नाम से इस स्थान को ऊषामठ भी कहा जाता है। सर्दी के मौसम में यहां भी काफी बर्फबारी होती है,, अगर आप सर्दी के मौसम में ऊखीमठ (Ukhimath) आते है तो आप यहां पर बर्फबारी का भी लुत्फ उठा सकते हैं।